इंदौर। इंदौर के बाणगंगा से उज्जैन के 45 किलोमीटर मार्ग को बने लंबा अरसा हो गया है। इसमें दो जगह टोल लिए जाते हैं। अकसर शिकायत रहती है कि रास्ता ठीक नहीं है। वहीं लंबे समय से बस एवं कार चालकों की शिकायत यह भी है कि रोड की सरफेस खराब हो रही है। गाडिय़ां तेज गति में एकदम उछल जाती हैं। अब इन खराब जगह के अप एंड डाउन की मार्किंग जल्द ही शुरू होगी।
इंदौर-उज्जैन मार्ग पर बारोली और निनोरा दो जगह टोल लिया जाता है। लंबे अरसे से 45 किलोमीटर के मार्ग में टुकड़ों-टुकड़ों में पैचवर्क होता है। एक तरफ से पैचवर्क शुरू होता है तो दूसरा हिस्सा खराब होने लगता है। तकरीबन 1 साल से इस मार्ग की मरम्मत का काम एमपीआरडीसी देख रहा है। विभाग ने दावा किया कि मार्ग रिन्युअल और गड्ढे भरने का काम लगातार जारी है। वहीं तेज गति में वाहनों के अप एंड डाउन की शिकायत को दूर करने के लिए खराब सरफेस को चिह्नित करने का काम जल्द ही शुरू होगा। सहायक संचालक एसआर अहिरवार ने बताया कि 2 महीने में इस मार्ग में तेज गति के वाहनों को अप एंड डाउन की शिकायत नहीं आएगी। जहां तक पूरे मार्ग की मरम्मत का सवाल है इसके लिए भी विचार किया जा रहा है। आने वाले दिनों में पूरे मार्ग की सरफेस को चैक किया जाएगा । हालांकि इस मार्ग से गुजरने वाले वाहन चालकों का कहना है कि जब तक पूरे मार्ग पर फिर से डामर लेयर नहीं डाली जाएगी तब तक इस मार्ग की सरफेस दुरुस्त होना मुश्किल है।
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