भोपाल। बुंदेलखंड सहकारी दुग्ध संघ (Bundelkhand Co-operative Milk Union) से जुड़ने के बाद अंचल के दुग्ध उत्पादकों (milk producers) की आर्थिक स्थिति में उल्लेखनीय सुधार हुआ है। दुग्ध संघ द्वारा दुग्ध उत्पादकों से प्रतिदिन 80 हजा़र लीटर दूध समितियों के माध्यम से संकलित किया जा रहा है। इसमें से 40 से 50 हजा़र लीटर दूध प्रतिदिन कोल्हापुर, महाराष्ट्र की गोकुल डेयरी (Maharashtra’s Gokul Dairy) को भेजा जा रहा है। दूध से आय बढ़ने के कारण उत्पादकों का दुग्ध संघ में विश्वास बढ़ा है, साथ ही स्थानीय लोगों को भी उच्च गुणवत्ता का दूध आसानी से मिलने लगा है। यह जानकारी सागर संभागायुक्त श्री मुकेश कुमार शुक्ला द्वारा मंगलवार को सागर में आयोजित बुंदेलखंड सहकारी दुग्ध संघ की पंचम वार्षिक साधारण सभा में दी गई।
मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री राजेश विजयवर्गीय ने बताया कि गुणवत्तापूर्ण दूध होने के कारण इसकी अन्य राज्य में माँग बढ़ी है। दुग्ध संस्थाओं से दोनों समय दूध का संकलन कर समय पर भुगतान किया जा रहा है। इस अवसर पर क्षेत्र की 12 उत्कृष्ट दुग्ध संस्थाओं, 4 पार्लर और स्वचलित संस्थाओं को पुरस्कृत किया गया। एमपीसीडीएफ भोपाल के प्रतिनिधि श्री सुभाष मिश्रा ने दुग्ध उत्पाद की सेल्फ लाइफ बढ़ाने पर जो़र देते हुए कहा कि इससे दुग्ध उत्पादों के विक्रय में आशातीत वृद्धि होगी।
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