इन्दौर (Indore)। गत दिनों प्रशासन के अधिकारी ईडी (ED) में अटैच अरबिन्दो हास्पिटल (Aurobindo Hospital) की जमीन और सरकारी कांकड़ पर हुए कब्जों की स्थिति देखने पहुंचे थे। इसी दौरान वहां सुरेश पटेल और उसके गार्ड ने दनादन गोलियां दाग दीं, जिसके चलते प्रशासन की टीम वहां कार्रवाई किए बगैर लौट गई थी। कलेक्टर आशीष सिंह ने मामले को गंभीरता से लेते हुए अफसरों को वहां कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे, जिसके चलते रात एक बजे अफसरों ने प्लानिंग की और सुबह पांच प्रशासन, नगर निगम और पुलिस का भारी भरकम अमला अरबिन्दो हास्पिटल के पीछे बरदरी और भौंरासला गांव की सरकारी कांकड़ और हास्पिटल की जमीन पर कब्जा हटाने जा पहुंचा। आज इस मामले में कोर्ट में विशेष सुनवाई है, जिसके चलते सुबह-सुबह टीम ने कार्रवाई कर वहां हुए कब्जों के साथ-साथ सुरेश पटेल की आलीशान कोठी, गोडाउन और अन्य निर्माण ध्वस्त कर दिए। कार्रवाई के दौरन पुलिस और निगम का अमला भी तैनात था।
कलेक्टर आशीष सिंह के निर्देश पर आज सुबह एसडीएम घनश्याम धनगर, निधि वर्मा, तहसीलदार शेवालसिंह और कई अन्य अधिकारियों का अमला सुबह 5 बजे अरबिन्दो हास्पिटल के पीछे बरदरी, भौंरासला गांव के समीप सुरेश पटेल की जमीन पर जा पहुंचा। अधिकारियों के मुताबिक वहां 42 हजार वर्गफीट जमीन के काफी हिस्सों पर अवैध रूप से कब्जा कर निर्माण कर लिए गए थे और पिछले दिनों प्रशासन के अधिकारियों की टीम जब क्षेत्र में छानबीन और नपती करने गई थी तो नेताओं का समर्थक सुरेश पटेल ने वहां विवाद किया था और गोलियां चलाई थीं। प्रशासन ने इस मामले में सुरेश पटेल पर रासुका के तहत कार्रवाई की है, वहीं आज न्यायालय में विशेष सुनवाई इस मामले को लेकर होना है, जिसके चलते अधिकारियों ने पूरी प्लानिंग कर सुबह-सुबह ही कार्रवाई को अंजाम दे दिया।
कोठी तोडऩे के लिए लगाई 6 पोकलेन
अधिकारियों के मुताबिक वहां सरकारी कांकड़ और ईडी की अटैच जमीन पर हुए कब्जे की करीब 42 हजार वर्गफीट जमीन में से 8 हजार वर्गफीट जमीन पर सुरेश पटेल की कोठी बनी हुई थी और साथ ही उस परिसर में दो मंदिर भी बने हुए थे। हालांकि मंदिरों पर कोई कार्रवाई नहीं की गई, लेकिन कोठी की बाउंड्रीवाल सबसे पहले तोडक़र पोकलेन अंदर भेजी गई। इसके बाद एक साथ 6 पोकलेन मशीनें कोठी के चारों ओर लगाकर तोडफ़ोड़ की कार्रवाई तेजी से शुरू कराई गई। अधिकारियों का लक्ष्य था कि दो से तीन घंटे में सारी कार्रवाई पूरी कर ली जाए और इसके चलते कुछ अतिरिक्त संसाधन भी वहां मौके पर तैनात रखे गए थे।
सुबह-सुबह कार्रवाई देखने के लिए गांव के लोगों का उमड़ा हुजूम
पटेल का पूरे क्षेत्र में खासा रसूख था और उस पर कई लोगों की जमीनें हथियाने के आरोप भी लगे। आज सुबह-सुबह वहां शुरू हुई कार्रवाई को देखने के लिए आसपास के लोग हैरत में पड़ गए। भारी भरकम अमला देख गांव के लोग माजरा कुछ समझ नहीं पाए और जब पटेल की कोठी ढहाने की कार्रवाई चल रही थी तो खासा हुजूम इकट्ठा हो गया था, जिसे पुलिस बल ने वहां से हटाया।
कार्रवाई स्थल पर फायर ब्रिगेड की दमकलें और एम्बुलेंस भी की तैनात
आज सुबह प्रशासन और नगर निगम का अमला कार्रवाई के लिए क्षेत्र में पूरी तैयारियों के साथ गया था, ताकि किसी प्रकार की गड़बड़ी होने पर हर स्थिति से निपटा जा सके। इसी के चलते कार्रवाई स्थल के समीप फायर ब्रिगेड की दमकलें और एम्बुलेंस तक तैनात कर रखी थी, वहीं कार्रवाई के लिए मौका स्थल पर आए अधिकांश पुलिसकर्मी रायफलों से लैस थे।
गोडाउन भी ढहाया
कार्रवाई स्थल पर पटेल की कोठी के सामने विशाल उद्यान भी बना हुआ था, जहां लगे पेड़-पौधे पोकलेन की मदद से तोड़ दिए गए, वहीं कोठी के समीप एक गोडाउन भी बना था, जिसे कुछ ही मिनटों में ध्वस्त कर दिया गया। अफसरों का कहना है कि कभी इस गोडाउन की जमीन पर स्कूल संचालित होता था।
भारी-भरकम पुलिस और निगम का अमला रहा तैनात
कार्रवाई के दौरान पटेल परिवार और उसके समर्थकों द्वारा हंगामा किए जाने की आशंका के चलते नगर निगम का करीब सवा सौ कर्मचारियों का अमला और इतने ही पुलिसकर्मियों के साथ-साथ महिला पुलिस और कई थानों के प्रभारियों की टीम पूरे क्षेत्र में तैनात थी, ताकि कोई गड़बड़ी होने पर तत्काल मोर्चा संभाला जा सके।
सामान भी नहीं निकालने दिया
सबसे पहले प्रशासन और निगम की टीम ने पटेल की आलीशान कोठी को निशाना बनाया और वहां पोकलेन से की जा रही कार्रवाई की अफसर खुद भी वहां खड़े होकर मानिटरिंग कर रहे थे। चारों ओर से कोठी को पोकलेन के पंजों से ढहाया जा रहा था। कोठी से सामान निकालने का मौका भी नहीं मिला और कुछ ही देर में पूरी आलीशान कोठी मलबे के ढेर में बदलती गई।
दहशत ऐसी… कि गनमैन के साथ नोटिस चस्पा करने गए
पिछले दिनों प्रशासनिक टीम पर गोलियां चलाने के मामले को लेकर अधिकारी खासे सहमे हुए थे और इसी के चलते तोडफ़ोड़ की कार्रवाई का नोटिस चस्पा करने के लिए कल शाम को प्रशासन और नगर निगम के अधिकारी चार से पांच गनमैनों के साथ वहां पहुंचे थे और कोठी पर नोटिस चस्पा कर उसके फोटो और वीडियोग्राफी भी की गई थी, ताकि बाद में किसी प्रकार से कोई विवाद की स्थिति नहीं बने।
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