नई दिल्ली। रेलवे बोर्ड के चेयरमैन विनोद कुमार यादव ने बताया कि अहमदाबाद से मुंबई हाई स्पीड रेल कॉरिडोर प्रॉजेक्ट के लिए अब तक कुल 60% ज़मीन का अधिग्रहण हुआ है। इसमें 37% ज़मीन अधिग्रहण गुजरात में हुआ है जबकि 23% ज़मीन अधिग्रहण महाराष्ट्र में हुआ है। बुलेट ट्रेन के लिए जमीन अधिग्रहण में सबसे अधिक मुश्किल महाराष्ट्र में आ रही है। महाराष्ट्र के कई ऐसे इलाक़े हैं जहां बुलेट ट्रेन के लिए जमीन अधिग्रहीत करने में जमीन मालिकों या उनके समूहों के साथ कोई समझौता नहीं हो सका है।
रेलवे बुलेट ट्रेन के लिए ज़मीन अधिग्रहण से पहले जमीन मालिकों और उनके एसोशिएशन को उनके फायदे से जुड़ी कई बातों का आश्वासन दे रही है। रेलवे उनकी जमीन के सर्किल रेट का पांच गुना पैसा दे रही है। रेलवे इन जमीन मालिकों के गांवों में मेडिकल क्लिनिक और बच्चों के लिए स्कूल भी खोलेगा। रेलवे बोर्ड के चेयरमैन विनोद कुमार यादव के अनुसार बुलेट ट्रेन को शुरू करने के प्रस्तावित समय को अभी तक बढ़ाया नहीं गया है। उम्मीद है कि ये हाई स्पीड रेल कॉरिडोर अपने तय समय में ही बन कर तैयार हो जाए। हालांकि जब तक 90% जमीन अधिग्रहण पूरा नहीं हो जाता तब तक ग्राउंड वर्क पटरियां बिछाने का काम शुरू नहीं होगा। भले ही बुलेट ट्रेन के लिए हाई स्पीड रेल कॉरिडोर प्रॉजेक्ट का काम सीधे तौर पर न शुरू हुआ हो लेकिन इससे जुड़े कई अन्य बड़े काम शुरू हो चुके हैं। मसलन हाई स्पीड ट्रेन ट्रेनिंग इन्स्टिट्यूट बन कर तैयार है। प्रॉजेक्ट के रास्ते में आ रहे कॉनकोर के एक डिपो को स्थानांतरित करने का काम चल रहा है।
प्रॉजेक्ट की अधिग्रहीत जमीनों पर आड़े आ रहे पेड़ों को विशेष टेक्नोलोजी से स्थानांतरित करने का काम किया जा रहा है। अहमदाबाद के साबरमति पैसेंजर हब का निर्माण भी शुरू हो चुका है। वडोदरा के छायापुरी स्टेशन के पुनर्निर्माण का काम भी प्रगति पर है। छायापुरी स्टेशन रेलवे का हिस्सा है लेकिन इसे बुलेट ट्रेन रूट में एक सहायक स्टेशन के तौर पर इस्तेमाल किया जाएगा। बुलेट ट्रेन 320 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ़्तार से दौड़ेगी। अहमदाबाद से मुंबई तक के सफर में करीब 2 घंटे 7 मिनट का वक्त लगेगा। प्रॉजेक्ट में कुल दूरी करीब 508 किलोमीटर की है, जिसमें सबसे अधिक 460.3 किलोमीटर की दूरी एलिवेटेड रूट पर होगी। बुलेट ट्रेन के रास्ते में कुल 25.87 किलोमीटर की टनल पड़ेगी जबकि कुल 9.22 किलोमीटर दूरी बुलेट ट्रेन ब्रिज से हो कर पार करेगी। अहमदाबाद के साबरमती से मुंबई के बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स तक कुल 12 स्टेशन होंगे।
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