संभल: यूपी की संभल सीट (Sambhal seat of UP) से समाजवादी पार्टी सांसद जियाउर रहमान बर्क (Member of Parliament Ziaur Rehman Barq) की मुसीबत बढ़ सकती है. बगैर नक्शा पास कराए मकान बनाने के मामले में बर्क अपने पक्ष में कोई साक्ष्य नहीं दे सके हैं. इतना ही नहीं अपने नाम मकान होने का भी उन्होंने साक्ष्य नहीं दिया है. साथ ही निर्माण पुराना होने का भी साक्ष्य नहीं दिया है. इसकी जांच के लिए एसडीएम ने दो सदस्यीय कमेटी गठित की है.
निर्माण जांच के लिए गठित कमेटी 22 मार्च को एसडीएम सदर वदना मिश्रा को रिपोर्ट देगी. इसके बाद जुर्माना या निर्माण पर बुलडोजर से ध्वस्तीकरण की कार्रवाई होगी. सांसद जियाउर रहमान बर्क पर पहले ही जुर्माना लग चुका है. बता दें कि बीते साल सपा सांसद बर्क को निर्माणाधीन मकान को लेकर कारण बताओ नोटिस जारी हुआ था.
सपा सांसद संभल के दीपा सराय में मकान बनवा रहे थे. ये उनका पुश्तैनी मकान था, जिसे तुड़वाकर बीते दो साल से निर्माण कार्य करा रहे थे. इसी को लेकर संभल एसडीएम वंदना मिश्रा ने 5 दिसंबर को नोटिस जारी किया था. इसमें सांसद से उनके द्वारा बनवाये जा रहे नवनिर्माण मकान का नक्शा मांगा गया.
नोटिस में ये भी कहा गया था कि अगर सांसद मकान का नक्शा नहीं दिखा पाते हैं तो 10 हजार का जुर्माना लगाया जाएगा. इतना ही नहीं अगर बिना नक्शे के सांसद ने अपने मकान का निर्माण चालू रखा तो 500 रुपये प्रति दिन के हिसाब से जुर्माना और सजा हो सकती है. बता दें कि 24 नवंबर की संभल में हुई हिंसा के बाद जिला प्रशासन ने शहर में ताबड़तोड़ कई एक्शन लिए थे.
इस कड़ी में शहर में अतिक्रमण के खिलाफ बुलडोजर एक्शन हुआ. फिर बिजली विभाग की टीम ने भी कार्रवाई की गई. इसे लेकर संभल सपा सांसद ने राज्य सरकार पर हमला बोला था. उन्होंने एक पोस्ट में कहा था कि पांच मुसलमानों की जान लेने के बाद भी मुस्लिम मोहल्लों में खौफ पैदा करने के लिए बुलडोजर चलाया जा रहा है. मुतास्सिरीन को इंसाफ दिलाने के बजाय मुसलमानों को शक की बुनियाद पर जेलों में डाला जा रहा है और उन पर बेबुनियाद इल्जामात लगाए जा रहे हैं.
©2025 Agnibaan , All Rights Reserved