आज यानि 26 मई को वैशाख पूर्णिमा(Vaisakh Purnima) मनाई जा रही है। वैशाख पूर्णिमा के दिन पवित्र नदी में स्नान करने का बहुत महत्व(Importance) होता है। आपको बता दें कि आज के दिन ही भगवान गौतम बुद्ध का जन्म हुआ था। सनातन धर्म में इस तिथि को बुद्ध पूर्णिमा (Buddha poornima) के रूप में मनाया जाता है। बुद्ध पूर्णिमा का पर्व बौद्ध अनुयायियों के साथ-साथ हिंदुओं के लिए भी बहुत खास महत्व रखता है। मान्यता है कि वैशाख पूर्णिमा के दिन ही भगवान विष्णु (Lord vishnu) ने महात्मा बुद्ध के रूप में का तेइसवां अवतार लिया था। बौद्ध धर्म के अनुयायी इस दिन को बहुत धूमधाम से मनाते हैं।
बुद्ध पूर्णिमा का शुभ मुहूर्त:
पूर्णिमा तिथि प्रारंभ- 25 मई 2021 रात 8 बजकर 29 मिनट से
पूर्णिमा तिथि समापन- 26 मई 2021 शाम 4 बजकर 43 मिनट तक
वैशाख पूर्णिमा के दिन पवित्र नदी में स्नान करने का बहुत महत्व(Importance) होता है। इससे पापों से मुक्ति मिलती है और जीवन में सुख-शांति (Peace and tranquility) आती है। आज के दिन भगवान विष्णु की भी पूरे विधि-विधान के साथ पूजा की जाती है। इस दिन दान-पुण्य और धर्म-कर्म कार्य किये जाते हैं। इस दिन को सत्य विनायक पूर्णिमा भी कहा जाता है। माना जाता है कि इस दिन स्नान, दान और पूजा-पाठ करने से सारे कष्ट दूर होते हैं। बुद्ध पूर्णिमा का दिन बहुत ही पवित्र और फलदायी माना जाता है।
ऐसी मान्यता है कि बुद्ध पूर्णिमा पर वातावरण में विशेष ऊर्जा आ जाती है। इस दिन चंद्रमा पूर्णिमा पृथ्वी और जल तत्व को पूर्ण रूप से प्रभावित करता है। ज्योतिष शास्त्र (Astrology) के अनुसार चन्द्रमा पूर्णिमा तिथि के स्वामी माने जाते हैं। इसलिए बुद्ध पूर्णिमा के दिन हर तरह की मानसिक समस्याओं से मुक्ति मिल सकती है
नोट- उपरोक्त दी गई जानकारी व सूचना सामान्य उद्देश्य के लिए दी गई है। हम इसकी सत्यता की जांच का दावा नही करतें हैं यह जानकारी विभिन्न माध्यमों जैसे ज्योतिषियों, धर्मग्रंथों, पंचाग आदि से ली गई है । इस उपयोग करने वाले की स्वयं की जिम्मेंदारी होगी ।
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