इंदौर। लगभग 9 करोड़ ग्राहक होने के बावजूद बीएसएनएल तगड़े घाटे में है। दरअसल निजी मोबाइल कम्पनियों को लाभान्वित करने के लिए ही बीएसएनएल को कमजोर किया गया। केन्द्र सरकार देशभर में मौजूद बीएसएनएल की सम्पत्तियों की नीलामी करवा रहा है, जिसमें इंदौर सहित प्रदेश की 52 सम्पत्तियां भी सूचीबद्ध की गई है। पिछले दिनों ही देवास, इटारसी, शहडोल की सम्पत्तियों को नीलाम करने के टेंडर जारी हुए। वहीं उज्जैन में स्थित भरतपुरी की सम्पत्ति ही लगभग 2 हजार करोड़ रुपए कीमत की है। वहीं नानाखेड़ा स्थित 33 हजार स्क्वेयर फीट जमीन भी बेची जाएगी, तो इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर, भोपाल, बड़वानी, खरगोन, धार सहित अन्य जिलों की सम्पत्तियों को भी बेचने की कवायद शुरू की गई है।
इंदौर में नेहरू पार्क के अलावा योजना क्र. 78, भंवरकुआ, अमितेष नगर और चंदन नगर स्थित सम्पत्तियों को बेचा जाएगा। भूखंडों के साथ-साथ इन सम्पत्तियों पर बीएसएनएल के ऑफिस, कर्मचारियों के मकान सहित अन्य निर्माण भी मौजूद हैं। मध्यप्रदेश में 52 सम्पत्तियां टेंडर के जरिए ऑनलाइन बेची जाएगी, जिनके लिए रिजर्व मूल्य भी तय किए गए हैं। केन्द्र सरकार के निर्देश के बाद ही बीएसएनएल ने अपनी तमाम सम्पत्तियों, जिनकी नीलामी की जाना है उन्हें सूचीबद्ध करने के साथ उनकी ई-टेंडरिंग की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है।
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