नई दिल्ली (New Dehli) । भारत-बांग्लादेश (India-Bangladesh)सीमा पर तस्करी (smuggling)सहित अन्य अपराधों (crimes)को रोकने के लिए नया तरीका (Method)अपनाया जा रहा है। सीमा सुरक्षा बल (BSF) के जवान सीमा पर मधुमक्खियों के छत्ते लगा रहे हैं। वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक, इस तरह की पहली योजना को नादिया जिले के सीमावर्ती इलाके में शुरू किया गया। इस अनूठे प्रयोग की मदद से सीमा पर सुरक्षा सुनिश्चित करने की तैयारी है।
वहीं स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर भी उपलब्ध होंगे। बता दें, भारत और बांग्लादेश 4,096 किलोमीटर लंबी सीमा साझा करते हैं, जिसमें से 2,217 किमी लंबी सीमा पश्चिम बंगाल से लगी हुई है।
आयुष मंत्रालय से मिली मदद
इस परियोजना के लिए बीएसएफ ने आयुष मंत्रालय को भी शामिल किया है। मंत्रालय ने बीएसएफ को मधुमक्खी के छत्ते और मिश्र धातु से बने ‘स्मार्ट बाड़’ पर लगाने के लिए विशेषज्ञता प्रदान की है। बीएसएफ की 32वीं बटालियन के कमांडेंट सुजीत कुमार ने बताया कि आयुष मंत्रालय से औषधीय पौधे उपलब्ध कराने का अनुरोध किया है, जिनमें फूल आते हैं। इन्हें मधुमक्खियों के छत्तों के पास लगाया जा सकता है, ताकि मधुमक्खियां प्रचुर मात्रा में परागण कर सकें।
तस्करी का खतरा ज्यादा
अधिकारी ने बताया कि मधुमक्खियों के छत्ते लगाने की परिकल्पना को दो नवंबर को शुरू हुई। नादिया जिले में सीमावर्ती इलाकों में मवेशी, सोना, चांदी और नशीले पदार्थों की तस्करी जैसे अपराध का खतरा ज्यादा है। यहां पर पहले ऐसे कई मामले सामने आए हैं, जब तस्करों ने बाड़ काटने के प्रयास किए हैं। मधुमक्खी के छत्ते बाड़ को काटने की कोशिश करने वाले तस्करों के लिए प्रतिरोधक का काम करेंगे।
बीएसएफ को मिले ये पौधे
अधिकारी के मुताबिक, आयुष मंत्रालय ने बीएसएफ को तुलसी, एकांगी, सतमुली, अश्वगंधा, एलोवेरा जैसे औषधीय पौधे उपलब्ध कराए हैं। बल के जवान स्थानीय लोगों के साथ मिलकर पौधों को लगा रहे हैं। इस पहल के लिए ग्रामीणों से उत्साहजनक प्रतिक्रिया मिली है।
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