इंदौर (Indore)। एबी रोड पर बीआरटीएस कॉरिडोर सबसे अधिक मुसीबत का कारण है, जिसको उखाडऩे की मांग भी लगातार की जाती है और सालों से हाईकोर्ट में भी इसको लेकर दायर याचिका विचाराधीन है। हालांकि देवास नाका और सत्यसांई पर फ्लायओवरों के निर्माण के चलते बीआरटीएस कॉरिडोर लगभग खत्म भी हो गया है। वहीं अब कुल 9 फ्लायओवर भविष्य में इस कॉरिडोर पर निर्मित हो जाएंगे, उसके बाद यातायात सिग्रल फ्री यानी सुगम हो सकेगा। एबी रोड पर एलआईजी से लेकर पलासिया होते हुए जो एलिवेटेड कॉरिडोर लोक निर्माण विभाग द्वारा निर्मित किया जाना था वह तो कूड़ेदान में पहुंच गया, क्योंकि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने उसकी जगह आधा दर्जन फ्लायओवरों का निर्माण करने के आदेश अभी समीक्षा बैठक में दिए, जिसका क्रियान्वयन प्राधिकरण को सौंपा गया है। प्राधिकरण इन 6 फ्लायओवरों का सर्वे और डीपीआर तैयार करवाएगा।
वर्तमान में तीन फ्लायओवरों का निर्माण एबी रोड बीआरटीएस कॉरिडोर पर चल रहा है, जिसमें सेतु बंधन योजना के तहत एमपीआरडीसी द्वारा देवास नाका और उसके आगे सत्यसांई चौराहा पर फ्लायओवर का निर्माण शुरू कर दिया है। जबकि भंवरकुआ चौराहा पर पहले से ही प्राधिकरण फ्लायओवर बना रहा है, जो इसी साल दीपावली के बाद शुरू भी हो जाएगा। यानी तीन फ्लायओवर तो फिलहाल निर्माणाधीन हैं ही। वहीं जो 6 नए फ्लायओवर बनेंगे उसके बाद पूरा बीआरटीएस कॉरिडोर सिग्रल फ्री हो जाएगा। यानी देवास नाका से लेकर राजीव गांधी प्रतिमा तक यातायात सुगम होगा। अभी तो ढेर सारे सिग्रल आते हैं और यातायात लगातार अवरुद्ध रहता है। एलआईजी चौराहा, पलासिया, व्हाइट चर्च, जीपीओ, नवलखा पर नए फ्लायओवर निर्मित किए जा सकेंगे और लोक निर्माण विभाग के पास इसकी राशि भी हैै, जो कि एलिवेटेड कॉरिडोर के लिए केन्द्र सरकार से प्राप्त हुई थी। 350 करोड़ रुपए की इस राशि में से हर्जाना राशि चुकाने के बाद आधा दर्जन फ्लायओवर आसानी से निर्मित किए जा सकेंगे।
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