इंदौर। प्लॉट और जमीन की धोखाधड़ी के मामले में गिरफ्तार भूमाफिया कमलेशकुमार पिता आनंदीलाल जैन निवासी गिरधरनगर ने अपने छोटे भाई 20 हजार के इनामी भूमाफिया दीपक मद्दा पर ठीकरा फोड़ते हुए कहा कि उसी के कहने पर वो 15 फरवरी को फरार हो गया था। इस दौरान वह चित्तौडग़ढ़ के किले के पास जैन धर्मशाला में तीन माह तक रहा। उसका कहना है कि चारों तरफ से दबाव आ रहा था और परेशान हो चला था, यहां तक कि खाने-पीने का भी पैसा नहीं बचा था। इस पर वह घर वापस आ गया था। एसआईटी प्रभारी देवेंद्र मरकाम ने बताया कि दीपक मद्दा ने उसे मजदूर पंचायत गृह निर्माण संस्था में उपाध्यक्ष बना दिया था। उसे सहकारिता की कोई समझ नहीं है। इससे पहले 2005-06 में दीपक ने अपने साले दीपेश बोहरा को भी उसी संस्था का अध्यक्ष बनाया गया था, जो जेल में है। संस्था में हुई गड़बड़ी के बाद एक ही परिवार के तीन आरोपी कमलेश, दीपेश बोहरा और दीपक मद्दा आरोपी बने हैं, जिनमें दो को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है। दीपक के बारे में लगातार पड़ताल की जा रही है। आज कमलेश को कोर्ट में पेश कर रिमांड मांगा जाएगा।
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