इस्लामाबाद। कट्टरपंथियों के आगे घुटने टेकते हुए पाकिस्तान (Pakistan) की इमरान खान (Imran Khan) सरकार ने फ्रांसीसी राजदूत (French Diplomat) के निष्कासन को लेकर संसद में एक प्रस्ताव पेश किया है। संगठन तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान (Tehreek-e-Labbaik Pakistan) के दबाव में पेश किए गए इस प्रस्ताव के दौरान संसद में जमकर हंगामा हुआ। सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच बहसबाजी इतनी बढ़ गई कि पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री शाहिद खाकान अब्बासी (Shahid Khaqan Abbasi) मर्यादा भूल बैठे। उन्होंने स्पीकर के खिलाफ बेहद आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल कर डाला, जिसके बाद सदन की कार्यवाही को शुक्रवार तक के लिए स्थगित करना पड़ा।
Committee के गठन से बिगड़ी बात
दरअसल, पाकिस्तान की सत्तारूढ़ तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी (PTI) के सांसद अमजद अली खान ने संसद में फ्रांसीसी राजदूत को निष्कासित करने संबंधी प्रस्ताव पेश किया। इस दौरान उन्होंने मामले पर चर्चा के लिए एक विशेष संसदीय समिति के गठन का भी अनुरोध किया। इसके बाद पीटीआई के ही संसदीय मामलों के मंत्री अली मुहम्मद खान ने समिति के गठन के लिए एक दूसरा प्रस्ताव पेश किया, जिसे लेकर संसद में जमकर हंगामा हुआ।
I strongly condemn these words of Shahid Khaqan Abbasi.
We Demand to Be-Gairat Shahid Khaqqan apologize to the nation & take back your words.#خاقان_بدتمیز_عباسی pic.twitter.com/aEXPjkFp2g
— Uman Maلik (@Speaks_Umn) April 20, 2021
Speaker ने खारिज की विपक्ष की मांग
पूर्व पीएम नवाज शरीफ (Nawaz Sharif) की पार्टी पाकिस्तान मुस्लिम लीग-एन (PML-N) के नेताओं ने समिति के प्रस्ताव का विरोध किया, लेकिन, स्पीकर असद कैसर (Asad Qaiser) ने विपक्ष के विरोध को अनसुना करते हुए प्रस्ताव को मंजूरी दे दी। जैसे ही स्पीकर ने समिति गठन के पक्ष में अपनी बात रखी, सदन में हंगामा शुरू हो गया। पीएमएल-एन के दिग्गज नेता और पूर्व प्रधानमंत्री शाहिद खाकान अब्बासी ने अनुरोध किया कि विपक्ष को एक घंटे का समय दिया जाए, ताकि वे प्रस्ताव की समीक्षा कर सकें, मगर स्पीकर ने उनकी मांग खारिज कर दी।
बेकाबू हो गए Shahid Khaqan Abbasi
अपनी मांग खारिज होने से अब्बासी आग-बबूला हो गए। उन्होंने संसद की वेल में पहुंचकर तेज आवाज में विरोध करना शुरू कर दिया। जब स्पीकर ने उन्हें शांत होने के लिए कहा तो पूर्व प्रधानमंत्री अब्बासी भड़क गए। उन्होंने स्पीकर से कहा कि आपको शर्म नहीं आती? जूते उतारकर मारूंगा। इसके जवाब में स्पीकर ने कहा कि आप अपनी हद में रहें। दोनों के बीच तीखी बहसबाजी कुछ देर तक चलती रही। बाद में हंगामा बढ़ते देख सदन की कार्यवाही को स्थगित करना पड़ा।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved