लंदन। जो रूट की गैरमौजूदगी में पहले टेस्ट में इंग्लैंड की कमान संभालने वाले बेन स्टोक्स को टीम की हार के बाद काफी आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है। स्टोक्स के इस फैसले को हार का दोष दिया जा रहा है कि उन्होंने अनुभवी तेज गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड को टीम से बाहर रखा।
हालांकि, स्टोक्स ने इन आलोचनाओं पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि उन्हें इस बात का कोई अफसोस नहीं है कि उन्होंने ब्रॉड को टीम से बाहर रखा।
स्टोक्स ने मैच के बाद कहा, “मुझे स्टुअर्ट ब्रॉड को बाहर रखने का कोई अफसोस नहीं है, और हम भाग्यशाली हैं कि उनके जैसे व्यक्ति को हमने टीम से बाहर रखा। जिस तरह उस इंटरव्यू में ब्रॉड ने टीम से बाहर होने के बाद खेल के लिए जुनून दिखाया है, वह वाकई शानदार था। मुझे उम्मीद है कि अगर वह दूसरा टेस्ट मैच खेलते हैं तो वह कुछ विकेट जरूर हासिल करेंगें।”
उन्होंने कहा, “हमने यह फैसला यह सोचकर लिया कि लंबे प्रारूप में पेस ज्यादा काम आएगा। स्टुअर्ट शानदार गेंदबाज है और वह इसकी वजह समझ सकते हैं। अगर मैं इस बात पर अफसोस करूंगा तो टीम के दूसरे सदस्यों को सही संदेश नहीं जाएगा।”
इंग्लैंड ने पहले टेस्ट मैच के लिए तीन तेज गेंदबाजों का चयन किया था, जिसमें जोफ्रा आर्चर, मार्क वुड और जेम्स एंडरसन शामिल थे।
इससे पहले, ब्रॉड ने एक समाचार चैनल को दिए सक्षात्कार में अपनी भावनाएं व्यक्त की थी, जिसमें उन्होंने कहा था कि वह इस फैसले से “नाराज और “निराश” हैं।
उन्होंने कहा, “मैं निराश, क्रोधित और थका हुआ था क्योंकि यह समझने के लिए काफी कठिन निर्णय है। मैंने शायद पिछले दो सालों में सबसे अच्छी गेंदबाजी की है। मुझे ऐसा लगा मानो एशेज और दक्षिण अफ्रीका में जीत के समय टीम में मेरी शर्ट है।”
लगभग चार महीने के अंतराल के बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट इंग्लैंड और वेस्टइंडीज की सीरीज के साथ फिर से शुरू हुआ। दोनों टीमों के बीच साउथैंपटन में खेले गए मुकाबले को वेस्टइंडीज ने चार विकेट से जीत लिया और तीन मैचों की सीरीज में अब वह 1-0 से आगे है। (एजेंसी, हि.स.)
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