लंदन। ब्रिटेन (Britain) में कंजर्वेटिव पार्टी (Conservative Party) के नए नेता व पीएम पद के दावेदार ऋषि सुनक (PM candidate Rishi Sunak) ने चुनाव प्रचार से जुड़े अंतिम कार्यक्रम में अपने माता-पिता तथा पत्नी अक्षता मूर्ति का उनके सहयोग के लिए आभार जताया। बुधवार रात को लंदन के विम्बले में एक कार्यक्रम के दौरान लोगों ने ‘ऋषि-ऋषि’ के नारे लगाए। गर्मजोशी भरे इस स्वागत से यह तो साफ था कि कम से कम इन दर्शकों के लिए सुनक बिटिश पीएम (British PM) पद पर बोरिस जॉनसन (boris johnson) की जगह लेने के मुकाबले में सबसे आगे हैं।
सुनक ने कहा, चुनाव का यह अंतिम कार्यक्रम मेरे लिए बहुत खास है क्योंकि जन सेवा में आने के लिए मुझे प्रेरित करने वाले दो शख्स आज यहां मौजूद हैं – मेरी मां और पिता। तभी कैमरा सबसे आगे बैठे उनके डॉक्टर पिता यशवीर तथा फार्मासिस्ट मां ऊषा की ओर मुड़ गया। उनके साथ सुनक की पत्नी अक्षता मूर्ति भी बैठी हुई थीं।
सुनक ने तालियों के बीच कहा, अद्भुत, प्यार करने वाली और विनम्र अक्षता से पढ़ाई के दौरान अमेरिका के स्टेनफोर्ड विवि में पहली मुलाकात हुई थी। उन्होंने अपने माता-पिता को उन्हें राजनीति में भेजने के लिए धन्यवाद दिया।
देश के लिए मां-पिता ने बहुत कुछ सिखाया
ऋषि सुनक ने कहा, अपने बच्चों को बेहतर जिंदगी देने की कोशिश तथा उनके लिए हमेशा त्याग करने के लिए मां, पिता आपका शुक्रिया। मुझे यह सिखाने के लिए भी आपका आभार कि कड़ी मेहनत, विश्वास और परिवार के प्यार से आप अपने महान देश के लिए कुछ भी हासिल कर सकते हैं। ऋषि ने अक्षता के लिए कहा, तुम जानती हो कि तुम मेरे लिए कितना मायने रखती हो और मैं इस बात का बहुत आभारी हूं कि 18 साल पहले तुमने मुझे चुना था।
टोरी सदस्यों को राजी करने का अंतिम प्रयास
इस कार्यक्रम में ब्रिटिश पीएम पद की दौड़ में शामिल ऋषि सुनक और उनकी प्रतिंद्वद्वी लिस ट्रस ने महंगाई, अपराध से लड़ने, कर और आव्रजन सुधारों तथा विदेश नीति की प्राथमिकताओं पर अपने नजरिए से टोरी सदस्यों को राजी करने की आखिरी कोशिश की। यह कार्यक्रम कंजर्वेटिव पार्टी के नेता के चुनाव की दौड़ में 12वां और अंतिम कार्यक्रम था। चुनाव शुक्रवार शाम को खत्म हो जाएगा तथा विजेता की घोषणा सोमवार को हो सकती है।
अच्छी नहीं निभा रहा पति-पिता की भूमिका
ब्रिटेन का ‘पहला अश्वेत प्रधानमंत्री’ बनने की दौड़ में सबसे बड़ा बलिदान देने के एक सवाल पर सुनक ने कहा, मैंने सबसे बड़ा त्याग यह किया है कि मैं पिछले कुछ वर्षों से एक पति तथा पिता के रूप में अपनी भूमिका अच्छी तरह नहीं निभा पा रहा हूं। यह मेरे लिए वाकई बहुत मुश्किल है क्योंकि मैं पत्नी और बच्चों से बहुत प्यार करता हूं और दुर्भाग्य से पिछले कुछ वर्षों में उनकी जिंदगियों में मेरी मौजूदगी थोड़ी कम हो गई है। लेकिन मैं अपने देश की बहुत परवाह करता हूं और मुझे लगता है कि मैं देश को ऐसा कुछ दे सकता हूं, जिससे लाखों लोगों को फायदा मिलेगा।
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