डेस्क: पाकिस्तान (Pakistan) में ब्रिटिश उच्चायुक्त जेन मैरियट (British High Commissioner Jane Marriott) ने आतंकवाद (terrorism) के खिलाफ युद्ध में पाकिस्तानी सेना की तरफ से दिए गए बलिदान (sacrifice) की प्रशंसा की. उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी सशस्त्र बलों (armed forces) की तरफ से चुकाई गई जान की कीमत न केवल देश में शांति बनाए रखने के लिए, बल्कि दुनिया को सुरक्षित रखने के लिए भी थी.
ब्रिटिश दूत ने शनिवार (26 अगस्त) को पाकिस्तानी न्यूज चैनल जियो न्यूज को दिए इंटरव्यू के कहा कि पाकिस्तान आतंकवाद के खिलाफ युद्ध में सबसे आगे खड़ा है. यह उनके देश का सबसे महत्वपूर्ण सहयोगी है. मैरियट ने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ युद्ध में अपनी जान का बलिदान देने वाले लोगों के परिवारों के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं.
TTP की आतंकी गतिविधि पर उठाए सवाल
ब्रिटिश दूत ने कहा कि तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) और हक्कानी समूह सहित अन्य आतंकवादी संगठन अफगान क्षेत्र में मौजूद है, जो चिंता की बात है. तालिबान को उनके खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए. अगर उन्हें आतंकवादी गतिविधियों से नहीं रोका गया तो वे न केवल पाकिस्तान के लिए, बल्कि पूरी दुनिया के लिए खतरा हैं, जैसा कि 9/11 को सभी ने देखा था.
उन्होंने आगे कहा कि यूके टीवी चैनलों पर यूक्रेन और रूस के बीच युद्ध सबसे ज्यादा देखा गया लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि हम अफगानिस्तान के बारे में भूल गए हैं. अफगानिस्तान की समस्या और हालात पर अब भी दुनिया की नजरें बनी हुई हैं. ब्रिटेन इस पर काम कर रहा है कि अफगानिस्तान में तालिबान सरकार के साथ कैसे बातचीत की जाए.
अफगानिस्तान में सुरक्षा स्थिति में सुधार
ब्रिटिश उच्चायुक्त जेन मैरियट ने बताया कि अफगानिस्तान के आधे हिस्से में मानवीय स्थिति खासकर लड़कियों और महिलाओं को लेकर सही नहीं है. हम इस मुद्दे पर लगातार तालिबान सरकार के साथ बातचीत कर रहे हैं. हमें बताया गया है कि तालिबान के आने से अफगानिस्तान में सुरक्षा स्थिति में सुधार हुआ है. ऐसा इसलिए है क्योंकि पहले तालिबान अफगान सुरक्षा बलों और लोगों पर हमला करते थे, जिससे सुरक्षा स्थिति खराब हो जाती थी.
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved