भोपाल। सीहोर में पं. प्रदीप मिश्रा (Pandit Pradeep Mishra in Sehore) के कुबेरेश्वर धाम में चल रहे रुद्राक्ष महोत्सव (Rudraksh Festival going on in Kubereshwar Dham) का यानी 17 फरवरी को दूसरा दिन है। इसमें शामिल होने के लिए 5 से 6 लाख लोग सीहोर में हैं। लाखों लोग आज सुबह से ही रुद्राक्ष लेने के लिए लाइन में लगे हैं। पूर्व घोषित कार्यक्रम के बावजूद प्रशासन की व्यवस्था भी घुटने टेकती दिखी। भोपाल-इंदौर हाईवे पर अभी भी जाम की स्थिति है। गाड़ियां रेंग-रेंगकर ही चल रही हैं।
सीहोर शहर की आबादी करीब डेढ़ लाख है। प्रशासन के मुताबिक, यहां 20 लाख लोग पहुंच चुके हैं। इधर, प्रदीप मिश्रा ने प्रशासन की समझाइश पर रुद्राक्ष बांटना बंद कर दिया है। आयोजन 22 फरवरी तक चलेगा, लेकिन रुद्राक्ष नहीं बांटे जाएंगे। आयोजन के दौरान 16 फरवरी को एक महिला की मौत हो गई थी।
भीड़ इतनी कि लोग गुम हो रहे
कुबेरेश्वर धाम में अपने परिजन से बिछड़ रहे हैं। ऐसे में लगातार माइक पर अनाउंसमेंट हो रहा है। आलम ये है कि कई घंटों बाद भी बिछड़े लोग अपने परिवार से नहीं मिल पा रहे। इसकी वजह रुद्राक्ष महोत्सव में श्रद्धालुओं की रिकॉर्ड तोड़ भीड़ होना है। महोत्सव में शामिल होने आए लाखों श्रद्धालु रुद्राक्ष मिलने की आस में शुक्रवार सुबह तक भी कुबेरेश्वर धाम परिसर में डेरा जमाए बैठे हैं।
खुले आसमान के नीचे सोए लोग
कुबेरेश्वर धाम में हालात ये थी कि डोम फुल हो गया तो लोगों ने मैदान में ही साड़ी, चद्दर का बसेरा बनाकर सामान जमा लिया। जिसे जहां जगह मिली, वह वहीं पर बैठ गया। खुले मैदान में धूप बढ़ी तो श्रद्धालुओं ने चादर व साड़ी से छोटे-छोटे तंबू बना लिए। पैदल आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या लगातार बढ़ती देख पुलिस ने धाम तक पहुंचने के मुख्य द्वार को भी खोल दिया। महोत्सव में ज्यादातर श्रद्धालु रुद्राक्ष लेने ही आए हैं।
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