गुवाहाटी । असम में ब्रह्मपुत्र नद के नीचे 14.85 किलोमीटर लंबी सुरंग बनने जा रही है। देश में नद के नीचे बनने वाली यह पहली सुरंग होगी। केंद्र सरकार ने ब्रह्मपुत्र नद के नीचे देश की पहली अंडर वाटर सुरंग को सैद्धांतिक रूप से मंजूरी प्रदान की है। यह सुरंग नदी के नीचे बनने वाली सबसे लंबी और पहली सुरंग होगी।
असम प्रदेश भाजपा अध्यक्ष रंजीत कुमार दास ने इस प्रकल्प के लिए प्रधानमंत्री को धन्यवाद ज्ञापित किया है। इस सुरंग के निर्माण को लेकर उत्साहित भाजपा ने इसकी सराहना की है। इस संदर्भ में रंजीत कुमार दास ने कहा कि इस प्रकल्प के पूरा होने पर पूर्वोत्तर राज्यों की आधारभूत ढांचा जहां मजबूत होगा वहीं देश की सुरक्षा के लिए भी एक अहम कदम होगा।
उन्होंने कहा कि स्वाधीनता के बाद करीब 65 सालों तक देश में एक राजनीतिक दल का शासन रहा। इस दौरान देश का उत्तर पूर्वी क्षेत्र बहुत पिछड़ गया था। स्वाभाविक रूप से इस प्रकार के कामकाज के लिये मोदी सरकार को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
इसको ध्यान में रखते हुए बीते मार्च महीने में भाजपा के नेतृत्वाधीन केंद्र सरकार ने आपातकालीन समय में भारतीय सेना को अस्त्र-शास्त्र लाने की सुविधा के लिए लंबी सुरंग बनाने के निर्माण प्रकल्प को मंजूरी दिया है। आगामी दिसम्बर महीने से इस प्रकल्प का काम शुरू करने का निर्देश दिया गया है। आधुनिक पद्धति द्वारा निर्मित होने वाले इस सुरंग को वेंटिलेशन, अग्निशमन की सुविधा, ताजी हवा के लिए वेंटीलेशन सिस्टम, लाइट की व्यवस्था और इमरजेंसी एग्जिट की सुविधाएं भी बनाई जाएगी।
चीन से सुरक्षा के मद्देनजर ब्रह्मपुत्र नद के नीचे गोहपुर से नुमालीगढ़ शहर को जोड़ने वाले इस चार लेन युक्त सुरंग से सिर्फ सुरक्षा के क्षेत्र में ही नहीं पूरे राज्य के आधारभूत ढांचे के विकास में नया कदम साबित होगा।
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