भोपाल। कोलार थाना के दो पुलिस आरक्षकों द्वारा सोना कारोबारी से एक्टार्शन मनी के तौर पर साढ़े पांच लाख रुपए वसूलने के मामले में दोनों को बर्खास्त कर दिया गया है। वहीं थाना प्रभारी चंद्रकांत पटेल की भुमिका को संदिग्ध मानते हुए उन्हें तत्काल प्रभाव से थाने से हटा दिया गया है। उन्हें डीसीपी विजय खत्री के कार्यालय में अटैच कर दिया गया है। वहीं अब तक की जांच में यह साफ नहीं हो सका है कि दोनों आरक्षकों के साथ स्वयं को क्राइम ब्रांच का पुलिसकर्मी बताने वाले कौन थे। पुलिस आरोपियों पर इनाम घोषित करने की तैयारी में है। दोनों आरक्षक फिलहाल फरार हैं। उनकी तलाश में पुलिस की तीन टीमें जुटी हैं। सूचनाओं के आधार पर आरोपियों के संभावित ठिकानों पर दबिश दी जा रही है।
जानकारी के मुताबिक मां पार्वती नगर कोलार रोड निवासी गौरव जैन पुत्र नवीन कु मार (38) सोने के थोक व मसाला कोराबारी से एक करोड़ की मांग कर एनकाउंटर करने की धमकी देकर 5.50 लाख की वसूली करने वाले सस्पेंड आरक्षक देवेन्द्र श्रीवास्तव, आरक्षक रोहित शर्मा का अब तक कोई सुराग नहीं मिला है। पुलिस आरोपी आरक्षकों के मोबाइल की सीडीआर भी निकाल रही है। जिससे आरोपियों के साथियों के बारे में पता लगाया जा सकेगा। वहीं पुलिस सूत्रों की माने तो घटना वाले दिन के सीसीटीवी फुटेज पुलिस को मिले हैं। जिस कार में कारोबारी को बंधक बनाया गया था, उसका नंबर भी पुलिस को मिल गया है। जल्द कार नंबर के आधार पर पुलिस आरोपियों तक पहुंचेगी। उससे पूछताछ के आधार पर साफ होगा कि घटना के दिन कार किसके पास थी। उसमें कौन-कौन सवार था।
इनका कहना है
दोनों आरक्षकों को बर्खास्त कर दिया गया है। टीआई चंद्रकांत पटेल को थाने से हटाकर कार्यालय में अटैच किया गया है।
विजय खत्री, डीसीपी जोन-4
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