इन्दौर। शहर के कई क्षेत्रों में निगम द्वारा कराए गए बोरिंग बंद हो रहे हैं। दूसरी ओर निगम के कई हाईड्रेंटों से शौचालयों के लिए टैंकरों में पानी भरा जा रहा है, जबकि पिछले दिनों सभी अफसरों को निर्देश दिए गए थे कि वार्डों में बांटे जाने वाले पानी के टैंकर ही हाईड्रेंट से पानी ले सकेंगे। कई एसटीपी से हर रोज 200 एमएलडी से ज्याद पानी ट्रीट किया जा रहा है और वहां से पानी भरने के बजाए हाईड्रेंटों से पानी भरा जा रहा है। नगर निगम ने 20 से ज्यादा स्थानों पर ट्रीटेड पानी के हाईड्रेंट बनाए हैं और वहां से मेघदूत उपवन से लेकर रेसीडेंसी एरिया और कई अन्य स्थानों के रहवासी ट्रीटेड पानी ले जाते हैं।
फिलहाल निगम ने सभी के लिए हाईडें्रट खुले रखे हैं और कई टैंकर चालक वहां से पानी भरते हैं, लेकिन फिलहाल उनसे शुल्क नहीं लिया जा रहा है। इसके अलावा शहरभर के सुविधाघरों और शौचालयों की सफाई के लिए ट्रीटेड पानी के हाईड्र्रेंटों से पानी लिए जाने के निर्देश हैं, लेकिन कई टैंकर चालक वहां से पानी न लेते हुए निगम के बोरिंगों वाले हाईड्रेंटों से पानी ले रहे हैं और उस पानी से शौचालयों की साफ-सफाई हो रही है, जबकि वार्डों में बोरिंग की हालत खस्ताहाल है। कई क्षेत्रों में रहवासियों की शिकायतें आ रही है ंकि उनके वार्डों में बोरिंग बंद हो गए हैं। मार्च के शुरुआत में ही कई क्षेत्रों में जलसंकट के कारण लोग परेशान हैं और इस बार भी निगम को बड़ी संख्या में पानी बांटने के लिए टैंकर दौड़ाना पड़ेंगे।
आज भी कई क्षेत्रों में कम दबाव से आया पानी
पिछले दो दिनों से जलूद में सुधार कार्य के चलते 68 से ज्यादा टंकियां शहर में खाली थीं और दर्जनों कालोनियों में लोग पानी के लिए परेशान हो रहे थे। कल सुधार कार्य पूरा होने के बाद दोपहर में टंकियां भरी जाने लगीं और आज सुबह कर्ई क्षेत्रों में कम दबाव से पानी मिला। कई क्षेत्रों में नल थोड़ी देर ही चले और बंद हो गए। कई क्षेत्रों में जलसंकट के कारण लोग परेशान हुए।
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