- नए साल पर रातभर, जगह-जगह हुई पार्टीबाजी, धार्मिक स्थलोंपर रही भीड़
सिरोंज। अंग्रेजी नववर्ष का प्रवेश कड़ाके की सर्दी और घने कोहरे के बीच हुआ रात्रि 12:00 बजे 2023 का आगज करने के लिए कई युवाओं की टोलियां शहर के मुख्य चौराहों पर तैनात रही रंगोली बनाकर इन्हें 2023 का स्वागत करके जश्न मनाया सुबह जब लोग उठे तो घने कोहरे की जद मैं पूरा शहर था सर्दी का असर इतन तेज था कि पूरे दिन असर रहा कोहरे का असर दोपहर के बाद थोड़ी देर के लिए काम हुआ इसके बाद सूरज देवता के दर्शन बड़ी मुश्किल से हुऐ दिनभर कप कपा देने वाली ठंड के करण घरों से निकलना मुश्किल हो रहा था फिर भी 1 दिन पहले से ही लोगों ने नए साल मनाने के लिए तैयारी कर ली थी। इसकी वजह से लोग इतनी अधिक सर्दी होने के बाद भी नए साल का जश्न मनाने के लिए अपने अपने हिसाब से स्थानों पर पहुंचे जिनमें सबसे ज्यादा भीड़ धार्मिक स्थलों पर रही जानकी मैया के धाम करीला में बहुत भीड़ देखने को मिली इसी तरह बाबा देवपुर धाम , जटाशंकर मंदिर सहित विभिन्न धार्मिक स्थलों पर बड़ी संख्या में युवाओं की टीमों ने पहुंचकर नए साल का जश्न मनाया इसके अलावा अन्य स्थानों पर भी पार्टी बाजी का दौर सुबह से लेकर देर रात तक चलता रहा। 31 दिसंबर की रात्रि चहल-पहल देखने को मिली ।
पुलिस प्रशासन के द्वारा सुरक्षा के लिए भी अलग अलग टीम बनाई थी जो दिन भर इधर-उधर घूमती रही रात्रि में भी पेट्रोलिंग भी कराई गई। खट्टीमीठी यादों के साथ 2022 को अलविदा करते हुए नई उम्मीद के साथ 2023 का आवाज किया यह साल वैसे ही खास है क्योंकि इस वर्ष में विधानसभा के चुनाव होना है। अभी यहां से वर्तमान में क्षेत्रीय विधायक उमाकांत शर्मा भाजपा से विधायक है उन्होंने कांग्रेस के उम्मीदवार को लगभग 34000 मतों से हराया था इतने मतों के अंतर को पाटने के लिए कांग्रेस भी अपनी तरफ से प्रयास कर रही है । प्रशासनिक दृष्टि से देखें तो यह बस ज्यादा अच्छा नहीं रहा कई अधिकारी भ्रष्टाचार के खेल में लोकायुक्त की टीम ने रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया इसके बाद ही भी भ्रष्टाचार के खेल पर रोक नहीं लग पा रही है। आम आदमी को अपना काम करवाने के लिए अधिकारी कर्मचारियों की सेवा करनी पड़ती है, क्षेत्रीय विधायक की डांट फटकार ओर कड़े तेवरों के बाद भी कई अधिकारी कर्मचारी अपनी शैली में सुधार करते हुए दिखाई नहीं दे रहा है आए दिन विधायक के द्वारा भ्रष्टाचार एवं काम में लापरवाही बरतने को लेकर अधिकांश विभागों के अधिकारी कर्मचारियों को मंचों से ही खूब खरी-खोटी सुनाई जाती है। सोशल मीडिया पर भी नए साल का जश्न मनाने का दौर 1 दिन पहले से चलता है एक दूसरे को नए साल की शुभकामनाएं देने का दौर चलता रहा।
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