मुंबई। बॉम्बे हाई कोर्ट शुक्रवार सुबह 11 बजे कंगना रनौत के ऑफिस में तोड़फोड़ मामले में फैसला सुनाएगा। दरअसल फिल्म अभिनेत्री कंगना रनौत ने मुंबई स्थित ऑफिस में बीएमसी (बृहन्मुंबई महानगर पालिका) द्वारा की गई तोड़फोड़ के खिलाफ हाई कोर्ट में याचिका दायर की थी। 5 अक्टूबर को हाई कोर्ट ने सभी पक्षों की दलीलें सुनने के बाद अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था।
इससे पहले बीएमसी ने 9 सितंबर को कंगना के ऑफिस के कुछ हिस्से को अवैध बताते हुए तोड़फोड़ की थी। हालांकि बाद में कोर्ट ने बीएमसी की कार्रवाई पर रोक लगा दी थी। कंगना ने इस कार्रवाई को गैरकानूनी बताते हुए हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया, साथ ही साजो-सामान के नुकसान के एवज में बीएमसी से मुआवजा मांगा था। बीएमसी ने जिस वक्त मुंबई के ब्रांद्रा इलाके में पाली हिल में बने कंगना के ऑफिस में तोड़फोड़ की थी उस वक्त वे मुंबई में मौजूद नहीं थीं।
बीएमसी अफसरों का कहना था कि कंगना रनौत का यह ऑफिस रेजिडेंशल एरिया में आता है और इसे गलत तरह से रेनोवेट करवाकर ऑफिस बनाया गया है। बीएमसी ने नोटिस देने के 2 दिन के अंदर ही ऑफिस पर एक्शन भी ले लिया था। आरोप है कि बीएमसी की यह कार्रवाई ट्विटर पर शिवसेना नेता संजय राउत के साथ कंगना रनौत के वाकयुद्ध के बाद की गई थी। उम्मीद की जा रही है कि 27 नवंबर को सुबह 11 बजे के आसपास कोर्ट इस मामले में अपना फैसला सुना देगा।
बता दें कि मुंबई में 9 सितंबर को बीएमसी ने बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत के दफ्तर में अवैध निर्माण का आरोप लगाते हुए तोड़फोड़ की कार्रवाई की थी। कंगना रनौत ने इस पर हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था, जिसके बाद उसी दिन कोर्ट ने बीएमसी की कार्रवाई पर रोक लगा दी थी। इसके बाद 15 सितंबर को कंगना रनौत ने अपनी संशोधित याचिका में बीएमसी की कार्रवाई को लेकर मुआवजे के रूप में दो करोड़ रुपये की मांग की थी।
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