- जुलूस में देशभक्ति स्वच्छता का दिया संदेश-स्कूलों के बच्चे भी हुए शामिल
उज्जैन। बोहरा समाज के 53 वें धर्मगुरू डॉ. सैयदना आलीकदर मुफद्दल सैफुद्दीन के जन्म दिन के अवसर पर आज सुबह कमरी मार्ग रोजे से चल समारोह निकाला गया। जिसमें शामिल बोहरा समाजजनों एवं स्कूली बच्चों ने देश भक्ति व स्वच्छता का संदेश दिया। जुलूस नगर के विभिन्न मार्गों से निकला। इस दौरान शहर आमिल के प्रतिनिधि शेख इब्राहिम भाई साबिर के साथ बोहरा समाजजन सफेद लिबास में अमन का पैगाम देते चल रहे थे। बग्गी में बैठे बच्चे एवं घोड़े पर बैठे समाजजन हाथों में तख्तियों लेकर कोई वतन से मोहब्बत तो कोई स्वच्छता का संदेश दे रहा था। तैयबी स्कूल के बच्चों ने जुलूस में चलते-चलते समाजजनों को बताया कि पर्यावरण में तेजी से घुल रहा धुआ फेंफड़ों को खराब कर रहा है, इसलिए पेट्रोल-डीजल वाले वाहन कम चलाएं, साइकिल का अधिक से अधिक उपयोग करें। यह संदेश स्कूल के बच्चों ने साइकिल रैली निकालकर शहर की जनता को दिया। फिटनेस के बारे में बताया कि योग की जीवन में क्या उपयोगिता है जीवन दूसरों के भी काम आए, इसी तरह जीना चाहिए।
इसी संदेश को चरितार्थ करते हुए स्कूल के बच्चों ने संदेश के साथ फिटनेस और खुशहाली का संदेश समाज तक पहुंचाने के लिए जुलूस में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। समाज की डॉक्टर की टीम ने कोविड-19 का संदेश दिया तो बोहरा ब्लड गु्रप ने युवाओं को रक्तदान करने का संदेश दिया। जहां सैयदना साहब की शान में मनसुरुल यमन स्काउट, तैयबी स्काउट, द्वारा धुन बजाई जा रही थी तो दूसरी ओर मौला मौला मुफ्फद्दल मौला की सदाएं भी बुलंद थी। जुलूस में समाज की महिला एवं पुरुष बच्चे शामिल हुए सभी के चेहरे पर सैयदना की सालगिरह की खुशी नजर आरही थी। सालगिरह के उपलक्ष में कोई चॉकलेट तो कोई मिठाई बांट रहा था। जुलूस कमरी मार्ग स्थित तैयबी स्कूल से निकला जो गोपाल मंदिर, छत्री चौक, बम्बाखाना, नगरची बाखल, एटलस चौराहा, नई सड़क, कंठाल, निकास चौराहा, खजूरवाली मस्जिद, केडी गेट होता हुआ कमरी मार्ग मजार ए नजमी पर पहुंचा जहां पर स्काउट कमांडर द्वारा सलामी दी गई। जुलूस का रस्ते में कई स्थानों पर राजनीतिक एवं गणमान्य नागरिकों ने भव्य स्वागत किया तथा आमील साहब को गुलदस्ता भेंटकर मुबारक बाद दी। इस मौके पर मजार ए नाजमी के शेख मुर्तुजा भाई चोपड़ा वाला, शेख जैनुद्दीन भाई महिदपुरवाला, अंजुमन ए मोयदी के सेक्रेटरी शेख जुल्फिकार भाई आलोट वाला, शेख तुराब भाई जिन वाला, मुल्ला फजल भाई, मुला कुतुब फातेमी, अली मोहम्मद भाई, बाबू भाई मोयदी, जिसमें बड़ी तादात में समुदाय के लोग शामिल रहे। जुलूस का मैनेजमेंट इक्तिसारी कमेटी बुरहानी गार्ड के संयुक्त तत्वधान में किया गया।