इंदौर। भूमाफियाओं (land mafia) के खिलाफ जारी मुहिम के चलते कलेक्टर मनीष सिंह (Collector Manish Singh) के निर्देश पर सुपर कॉरिडोर की चर्चित टाउनशिप ब्ल्यूमबर्ग (Township Bloomberg) के ठगोरों के खिलाफ भी हातोद थाने (Hatod Police Station) में एफआईआर (FIR) दर्ज करवाई गई। टाउनशिप (township) का नाम बदलने के साथ दफ्तर के पते-ठिकाने भी बदल लिए और भूखंड पीडि़तों (plot victims) से करोड़ों हड़पे और यह राशि गरबों-फिल्मों में भी लुटाई।
अभी डायरियों पर बेचे भूखंडों की जांच भी कलेक्टर करवा रहे हैं, जिसमें ब्ल्यूमबर्ग टाउनशिप (Bloomberg Township) की भी ढेरों शिकायतें मिली। हातोद तहसील (Hatod Tehsil) में आने वाले सोनगीर में कुछ वर्ष पूर्व ब्ल्यूमबर्ग नाम से टाउनशिप घोषित की और 451 रुपए स्क्वेयर फीट में डायरियों पर माल बेच डाला। रामेश्वर गुड्डा पटेल (Rameshwar Gudda Patel) और उनके परिवार की जमीन पर रेशो डील के साथ टाउनशिप विकसित की जाना थी।
इसके मुख्य कर्ताधर्ता (main actor) और डवलपर प्रफुल्ल सकलेचा (Developer Prafulla Saklecha) हैं, जिसने मौके पर विकसित होने वाले भूखंडों से लगभग दो गुने भूखंड भी डायरियों पर बेच डाले और बाद में 350 रुपए स्क्वेयर फीट विकास शुल्क की राशि अलग से मांगी जाने लगी। कालोनी का नाम ब्ल्यूमबर्ग (bloomberg) से बदलकर एस्ट्रोन ऑर्चिट तो कर ही दिया, वहीं दफ्तर का पता-ठिकाना भी बदल डाला। एक प्रॉपर्टी ब्रोकर पींकेश गोयल (Property Broker Pinkesh Goyal) ने 4 साल पहले आत्महत्या भी कर ली। कलेक्टर के निर्देश पर हातोद थाने में प्रफुल्ल सकलेचा, रामेश्वर गुड्डा पटेल, विवेक राठी, मयंक, रजनीश, शर्मा, अनिल जैन, डॉ. अरुण जैन यानी 8 आरोपियों के खिलाफ एफआईआर (FIR) दर्ज की गई।
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