अमृतसर। पंजाब के अमृतसर (Amritsar) में एक-दूसरे की जमीन से जानवरों के गुजरने को लेकर हुए विवाद में निहंग और व्यास डेरा में खूनी झड़प हो गई। दोनों समुदायों के बीच जमकर हथियार चले और गोलीबारी (firing) हुई। घटना में एक पुलिसकर्मी (policeman) सहित 10 लोग घायल (10 Injured) हो गए। उधर इलाके में तनाव को देखते हुए बड़ी संख्या में फोर्स तैनात कर दिया गया है। बताया जा रहा है कि निहंगों का समूह पशु चराने के लिए राधास्वामी सत्संग व्यास डेरे की जमीन से गुजर रहा था, जिसके बाद दोनों समुदायों के बीच बहस हुई जो हिंसा में तब्दील हो गई। इसमें जमकर पथराव और तलवारें चलीं, जिसमें 10 लोग गंभीर घायल हो गए।
पशुओं को चराने पर हुआ विवाद
बताया जा रहा है कि निहंग सिखों को एक समूह पशुओं को चराने के लिए डेरे की जमीन से गुजर रहा था, जिसका राधा स्वामी सत्संग ब्यास के अनुयायियों ने विरोध किया। इस दौरान दोनों पक्षों में बहस हो गई और देखते ही देखते यह बहस एक हिंसक झड़प में बदल गई। आरोप है कि निहंगों में से एक ने कथित तौर पर राधा स्वामी सत्संग ब्यास के एक सुरक्षा प्रभारी पर हमला कर उसे घायल कर दिया। सुरक्षाकर्मी की पहचान परमदीप सिंह तेजा के रूप में हुई है। मौके पर मौजूद जंडियाला गुरु पुलिस स्टेशन के एसएचओ दविंदर कुमार ने जब मामले में हस्तक्षेप करने की कोशिश की तो उन्हें भी हमला कर घायल कर दिया गया। हालांकि निहंग सिखों का कहना है कि वे पशु चराने के लिए अपने रास्ते जा रहे थे जब डेरे के समर्थकों ने उन पर हमला किया।
विपक्ष ने उठाए कानून व्यवस्था पर सवाल
उधर विपक्षी दलों ने इस घटना के बाद सरकार की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं। शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर बादल ने कहा कि यह घटना परेशान करने वाली है। सरकार को हालात पर काबू पाना चाहिए। उन्होंने पंजाब के लोगों से भाईचारा बनाए रखने की अपील की है। कांग्रेस के अध्यक्ष ने भी ट्वीट कर इस घटना की निंदा की है। गौरतलब है कि राज्य में सांप्रदायिक हिंसा को हवा देने वाली यह दूसरी घटना है। इससे पहले तरनतारन में गिरजाघर में तोडफ़ाड़ की गई है। जिसकी जांच अभी पूरी नहीं हुई है।
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