शरीर सही ढंग से चले इसके लिए ब्लड शुगर का नियंत्रित होना बहुत जरूरी है। ब्लड शुगर लेवल ज्यादा होने को डायबिटीज भी कहा जाता है। ब्लड शुगर लेवल (Blood sugar level) बिगड़ जाने पर कई गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। आइए जानते हैं कि ज्यादा या कम ब्लड शुगर होने पर शरीर में किस तरह के लक्षण दिखाई देते हैं।
मुंह सूखने लगता है
ब्लड शुगर ज्यादा होने पर मुंह सूखने लगता है- ब्लड शुगर ज्यादा होने पर मुंह सूखने लगता है और होंठ के किनारे की स्किन फटने लगती है। कम लार और खून में अधिक शुगर से संक्रमण (Infection) होने की संभावना अधिक होती है। इसकी वजह से मसूड़ों में सूजन आ सकती है और जीभ और गालों के अंदर सफेद धब्बे बन सकते हैं।
बार-बार बाथरूम जाना
ब्लड शुगर ज्यादा होने पर बार-बार बाथरूम (Bathroom) जाने की जरूरत पड़ती है- ब्लड शुगर ज्यादा होने का सबसे ज्यादा असर किडनी पर पड़ता है। किडनी(Kidney) को खून से बढ़ा हुआ शुगर फिल्टर करने में बहुत मेहनत करनी पड़ती है। जब किडनी ये काम नहीं कर पाती है तो यूरिन आने की फ्रिक्वेंसी बढ़ जाती है। बार-बार बाथरूम जाने की वजह से शरीर में जरूरी पानी की मात्रा की भी कमी होने लगती है।
बहुत प्यास लगती है
ब्लड शुगर ज्यादा होने पर बहुत प्यास लगती है- ब्लड शुगर बढ़ जाने पर आपका शरीर अपने ऊतकों से पानी खींचता है। एनर्जी, पोषक तत्वों (Nutrients) को शरीर में पहुंचाने और खराब पदार्थों को शरीर से बाहर निकालने के लिए तरल पदार्थ की जरूरत होती है। ऐसे में मस्तिष्क (Brain) आपको बार-बार प्यास लगने का संकेत देता है और आपको खूब पानी पीने की जरूरत पड़ती है।
आंखें कमजोर होना
ब्लड शुगर ज्यादा होने पर आंखें कमजोर हो जाती हैं- ब्लड शुगर बढ़ जाने पर आपका शरीर आंखों के लेंस से तरल पदार्थ खींचता है। इसकी वजह से ध्यान केंद्रित करने में दिक्कत होती है। हाई ब्लड शुगर रेटिना की रक्त वाहिकाओं को भी नुकसान पहुंचा सकता है। इसकी वजह से आंखों की रोशनी (Eyesight) जाने का भी खतरा हो सकता है।
ब्लड शुगर ज्यादा होने से थकान
ब्लड शुगर ज्यादा होने से थकान- अगर आपको डायबिटीज है और आपका ब्लड शुगर बहुत अधिक रहता है तो आपमें इंसुलिन बनना कम हो जाता है। इंसुलिन कोशिकाओं में एनर्जी पहुंचाने का काम करता है। इसकी कमी से आपको हर वक्त थकान महसूस हो सकती है।
पाचन संबंधी दिक्कत
ब्लड शुगर बढ़ने पर पाचन संबंधी दिक्कत- अगर आपका ब्लड शुगर लंबे समय तक बढ़ा रहता है तो ये आपके वेगस तंत्रिका को नुकसान पहुंचा सकता है। ये तंत्रिका पेट और आंतों में भोजन पहुंचाने में मदद करती है। इसकी वजह से वजन भी तेजी से कम होने लगता है। इसके अलावा एसिड रिफ्लक्स (Acid reflux), ऐंठन, उल्टी और गंभीर कब्ज की समस्या हो सकती है।
दिल की धड़कन पर असर
ब्लड शुगर कम होने का दिल की धड़कन पर असर- ब्लड शुगर को बढ़ाने वाले हार्मोन्स जब बहुत कम हो जाते हैं तो इससे दिल की धड़कन तेज और अनियमित हो जाती है। मेडिकल भाषा में इसे एरिथमिया (Arrhythmias) कहते हैं। दवा के साइड इफेक्ट की वजह से डायबिटीज के मरीजों का ग्लूकोज कभी-कभी कम भी हो जाता है।
हाथ-पैरों में कंपन-
ब्लड शुगर कम होने पर हाथ-पैरों में कंपन- ब्लड शुगर कम होने का असर नर्वस सिस्टम पर पड़ता है। ऐसा होने पर बॉडी से एड्रेनालाईन जैसा हार्मोन निकलता है जिसकी वजह से हाथ-पैरों में कंपन होने लगती है।
बहुत पसीना आना-
ब्लड शुगर कम होने पर बहुत पसीना आना- जब आपका ब्लड शुगर बहुत कम हो जाता है तो आपका शरीर इसे बढ़ाने के लिए एक तरीके का हार्मोन निकालता है। इससे बहुत ज्यादा पसीना आता है। एक्सरसाइज और सही खानपान से इसे कंट्रोल किया जा सकता है।
बेहोशी छाना
ब्लड शुगर कम होने पर बेहोशी छाना- दिमाग की कोशिकाओं को सही ढंग से चलाने के लिए ग्लूकोज की जरूरत होती है। ग्लूकोज की कमी से आपको थकान, कमजोरी और बेहोशी जैसा महसूस हो सकता है। ब्लड शुगर कम होने से सिर में दर्द भी होने लगता है ।
नोट- उपरोक्त दी गई जानकारी व सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं इन्हें किसी प्रोफेशनल डॉक्टर की सलाह के रूप में न समझें। कोई भी बीमारी या परेंशानी हो तो डॉक्टर का परामर्श जरूर लें ।
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