मुरैना: मध्य प्रदेश के मुरैना में हुए विमान हादसे के दूसरे दिन वायुसेना का विशेष दल घटनास्थल पर पहुंचा. यहां करीब तीन घंटे तक 20 सदस्यीय दल ने हर पहलू से जांच पड़ताल की. पहाड़गंज के जंगल में डेढ़ से दो किलोमीटर के क्षेत्र में दुर्घटनाग्रस्त विमान का मलबा फैला हुआ है. वायुसेना के दल को जांच पड़ताल के दौरान दुर्घटनाग्रस्त विमान मिराज 2000 का ब्लैक बॉक्स भी मिल गया है. साथ ही शहीद पायलट का पर्स भी पाया गया है.
बता दें, रविवार को वायुसेना की 20 सदस्यीय टीम स्पेशल हेलीकॉप्टर से विमान हादसे की जगह पर पहुंचा. वायुसेना के अधिकारियों ने दुर्घटना वाले क्षेत्र में ग्रामीणों और किसानों के आने पर प्रतिबंध लगा दिया है. इसके अलावा, वायुसेना का दल पहाड़गढ़ और भरतपुर के जंगलों में सुखोई 30 के ब्लैक बॉक्स की भी तलाश कर रहा है.
शनिवार, 28 जनवरी को हुए इस हादसे में मिराज के पायलट हनुमंतराव सारथी शहीद हो गए थे जबकि सुखोई के दोनों पायलटों को सुरक्षित बचा लिया गया था. हालांकि, इस हादसे में उन्हें भी कुछ चोटें आई हैं. दोनों घायल पायलटों का वायुसेना हॉस्पिटल में इलाज जारी है.
बता दें कि शनिवार को ग्वालियर एयरवेज से मिराज 2000 व सुखोई.30 ने अभ्यास उड़ान भरी थी. कुछ ही देर बाद दोनों विमान हवा में टकरा गए. मिराज 2000 पहाड़गढ़ के जंगल में गिरा जबकि सुखोई भरतपुर क्षेत्र में गिरा था. वायुसेना के अधिकारी दुर्घटना के कारणों की जांच कर रहे हैं. बता दें इस घटना के बाद देश के रक्षामंत्री राजनाथ सिंह लगातार वायुसेना के अफसरों से संपर्क बनाए हुए थे. जबकि प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान व पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ट्वीट कर इस घटना पर गहरा दुख जताया था.
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