नई दिल्ली (New Delhi)। भाजपा (B J P)में लोकसभा चुनाव नतीजों (lok sabha election results)के बाद देश के विभिन्न राज्यों से सामने आ रही नाराजगी (resentment)से पार्टी नेतृत्व असहज(Party leadership uncomfortable) है। खासकर उत्तर प्रदेश के हालात उसके लिए चिंता का विषय है, जहां राज्य के बड़े नेताओं के मतभेद कम होने का नाम नहीं ले रहे हैं। हरियाणा और मध्य प्रदेश में भी नाराजगी सामने आ रही है। कहीं सरकार के भीतर दिक्कतें हैं, तो कहीं सत्ता और संगठन में अनबन बढ़ रही है।
उत्तर प्रदेश को लेकर भाजपा नेतृत्व ने राज्य के नेताओं को आपसी मतभेदों को उजागर न करने और विधानसभा उप चुनाव के लिए एकजुट होकर तैयारी करने को कहा है। इस मुद्दे पर भाजपा महासचिव संगठन बी एल संतोष ने पिछले दिनों दिल्ली में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की थी। साथ ही केंद्रीय नेतृत्व की ओर से मुख्यमंत्री परिषद के दौरान दोनों उप मुख्यमंत्रियों केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक को भी निर्देश दिए गए थे। राज्य में मुख्यमंत्री योगी और उप मुख्य़मंत्री मौर्य को लेकर विपक्ष भी जमकर तंज कस रहा है। इससे सरकार और संगठन दोनों में असहजता बढ़ रही है।
यूपी में पार्टी के हालातों को लेकर कई बड़े नेता चिंतित हैं। एक वरिष्ठ नेता ने कहा, हम पहले कल्याण सिंह के समय इसी तरह के हालात देख चुके हैं। इसका नुकसान उठाना पड़ा था। अब समय रहते इसे सुलझाया नहीं गया तो दिक्कतें बढ़ेंगी। सरकार के भीतर मतभेद गहराने नहीं चाहिए। इससे नौकरशाही पर अंकुश कम होता है और विपक्ष को मौका मिलता है।
अनिल विज की भी नाराजगी नहीं हो रही दूर
भाजपा की दिक्कतें हरियाणा को लेकर भी बढ़ी हैं। यहां दो माह बाद चुनाव होने हैं। पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री अनिल विज राज्य में सत्ता परिवर्तन के बाद से नाराज चल रहे हैं। उन्होंने शुक्रवार को ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में बताया, राज्य में पार्टी के हालात कितने खराब हैं। हालांकि, बाद में उन्होंने पोस्ट हटा दिया। पोस्ट में विज ने लिखा था, डूबेगी कश्ती, तो डूबेंगे सारे, न तुम बचोगे न साथी तुम्हारे। बता दें, विज दलित समुदाय से आते हैं और यह वर्ग बीते दो चुनावों में भाजपा के साथ रहा है।
उप मुख्यमंत्रियों ने सीएम पर साधा निशाना
सूत्रों के अनुसार मध्य प्रदेश में सरकार के भीतर नाराजगी बढ़ रही है। बीते साल सत्ता में आने के बाद पार्टी ने मुख्यमंत्री के साथ दो उप मुख्यमंत्री बनाए थे। सूत्रों की मानें तो हाल में उप मुख्यमंत्रियों ने केंद्रीय नेतृत्व से कहा है कि उनके पास ज्यादा काम नहीं है। परोक्ष रूप से उन्होंने सीएम पर ही निशाना साधा था। हालांकि, राज्य में भाजपा के पास विशाल बहुमत है। लोकसभा में भी पार्टी ने सभी सीटें जीती थीं, इसलिए ज्यादा दिक्कत नहीं है। हालांकि, पार्टी के भीतर बढ़ती नाराजगी को दूर करना जरूरी है।
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