3 नंबर विधानसभा को छोडक़र 5 में बाबा और महू में उषा ठाकुर लगभग तय
इंदौर। भाजपा (BJP) की केन्द्रीय चुनाव समिति (CEC) की बैठक आज होना है और इसके बाद भाजपा की पांचवीं और अंतिम सूची भी घोषित हो जाएगी। इशारा किया जा रहा है कि आज रात तक सभी 96 उम्मीदवारों की सूची घोषित हो जाएगी, लेकिन इंदौर 3 जैसी विधानसभा प्रदेश में हैं और हो सकता है कि ऐसी विधानसभाओं को ऐनवक्त पर घोषित करें। 5 में महेन्द्र हार्डिया और महू में उषा ठाकुर का नाम तय बताया जा रहा है, जबकि तीन के लिए अभी भी दावेदारों में घमासान है।
इंदौर में कांग्रेस ने अपने बचे हुए नाम घोषित कर दिए हैं। यानि कांग्रेस की ओर से स्पष्ट हो गया है कि कौन किस विधानसभा पर चुनाव लड़ेगा। अब भाजपा की बारी है। भाजपा की भी 3, 5 और महू विधानसभा में प्रत्याशियों की घोषणा बाकी है। 3 नंबर विधानसभा में अभी भी द्वंद्व चल रहा है और यहां भाजपा नामों को लेकर मंथन कर रही है। चूंकि अब यहां से कांग्रेस ने पिंटू जोशी जैसे युवा को उतारा है तो उसके मुकाबले कोई युवा चेहरा ही मैदान में उतारा जाएगा, इसके संकेत दिए जा रहे हैं। इस सीट पर नगर अध्यक्ष गौरव रणदिवे का नाम भी चला है, लेकिन भाजपा के कुछ बड़े नेताओं ने उनके नाम पर हामी नहीं भरी है। गौरव का नाम पांच नंबर विधानसभा से सर्वे में अव्वल था और वे अभी भी वहीं से दावेदारी कर रहे हैं, लेकिन इस सीट को कायम रखने के लिए उन्हें यहां से उतारा जा सकता है। इसके अलावा मिलिंद महाजन, निशांत खरे का नाम भी चल रहा है। एक बार उषा ठाकुर का नाम भी यहां से चला, लेकिन कार्यकर्ताओं ने अपनी बात वरिष्ठ नेताओं के सामने कह दी कि वे अब यहां से चुनाव नहीं जीत पाएंगी। 3 नंबर पर मचे घमासान को छोड़ दिया जाए तो विधानसभा 5 में बाबा अपनी सीट फिर से बचाने में कामयाब हो गए हैं और पहले नंबर पर उनका ही नाम है। बाबा के अलावा और भी कई नाम यहां से अभी भी अपने आपको दावेदार माने हुए हैं, लेकिन जीत के कम अंतर को देखते हुए बाबा को फिर से यहां से उम्मीदवार बनाने की तैयारी है। अगर बाबा को यहां से उतारा गया तो वे अपने पुराने प्रतिद्वंद्वी सत्यनाराण पटेल के सामने ही चुनाव लड़ेंगे। महू में जरूर नामों को लेकर अंतिम समय में समीकरण गड़बड़ा गए और भाजपा के प्रदेश नेतृत्व द्वारा उषा ठाकुर को टिकट दिए जाने का इशारा करने के बाद उनका नाम महू से ही लगभग तय माना जा रहा है। अगर उनका नाम घोषित कर दिया जाता है तो उनका मुकाबला रामकिशोर शुक्ला से होगा। भाजपा यहां से लगातार तीन बार जीतती आ रही है और चौथी बार भी इस सीट को जितने का दावा किया जा रहा है। एक नाम कविता पाटीदार का भी इस सीट के लिए उछला है जो वर्तमान में राज्यसभा उम्मीदवार हैं।
जिराती बोले-चुनाव नहीं लडूंगा
भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष और राऊ विधानसभा से पहले विधायक रहे जीतू जिराती कालापीपल से चुनाव लडऩा चाह रहे थे। इसकी मंशा वे वरिष्ठ पदाधिकारियों को बता चुके थे, लेकिन कल उन्होंने एक पत्र वायरल कर दिया, जिसमें लिखा है कि वे चुनाव नहीं लड़ेंगे, उन्हें टिकट नहीं दिया जाए। हालांकि यह पत्र 10 अक्टूबर का बताया जा रहा है जो अब वायरल किया गया है। इस पत्र में उन्होंने उज्जैन संभाग का प्रभारी होने का हवाला देते हुए लिखा है कि मेरे पास 29 सीटों की जवाबदारी है। हमारे प्रत्याशी ज्यादा से ज्यादा जीतें और हमारी सरकार बने इस हेतु कार्य करूंगा।
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