लखनऊ. लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections) में भले ही बीजेपी (BJP) सरकार बनाने में कामयाब रही लेकिन यूपी (UP) के नतीजे पार्टी की टेंशन बढ़ा रहे हैं. यूपी में खराब हुए प्रदर्शन को लेकर पार्टी लगातार बैठक और मंथन कर रही है. इसी कड़ी में आज यूपी प्रदेश कार्यसमिति की बैठक हो रही है. इस बैठक में राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा (National President JP Nadda) भी मौजूद रहेंगे. इस दौरान लोकसभा चुनाव में हार के कारणों पर मंथन, उपचुनाव की तैयारी और राज्य में 2027 में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए रोडमैप तैयार किया जाएगा.
लोकसभा चुनाव के नतीजों पर मंथन
लोकसभा चुनाव में उत्तरप्रदेश में बीजेपी की सीटें 2019 के मुकाबले काफी कम हो गईं हैं. पार्टी को 2019 में जहां 62 सीटें मिली थीं वहीं 2024 के चुनाव यह सीटें घटकर 33 हो गई हैं. पार्टी का वोट शेयर भी 8.50 फीसदी घट गया है. यही वजह है कि बीजेपी लगातार नतीजों की समीक्षा कर रही है. इस बैठक की प्रस्तावना प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी रखेंगे. इसके बाद प्रदेश महामंत्री अनूप गुप्ता राजनीतिक प्रस्ताव रखेंगे. इस प्रस्ताव का समर्थन महामंत्री अमरपाल मौर्य और संजय राय करेंगे. इस राजनीतिक प्रस्ताव में चुनाव, चुनाव की समीक्षा, चुनाव में मिली हार के बाद आगे के रोड मैप की झलक होगी. यही नहीं प्रस्ताव में तीसरी बार केंद्र में मोदी सरकार बनने पर बधाई भी दी जाएगी इसके बाद लोकसभा चुनाव में विपक्ष द्वारा संविधान में बदलाव और आरक्षण खत्म करने का नैरेटिव फैलाकर गांव-गांव तक भ्रम फैलाने के मुद्दे पर भी चर्चा होगी. बैठक में संगठन महामंत्री धर्मपाल उन अभियानों की चर्चा करेंगे जिनके जरिए बीजेपी वोटर तक अपनी बात पहुंचाएगी.
उपचुनाव और 2027 विधानसभा चुनाव पर फोकस
सूत्रों के मुताबिक आज की बैठक का मुख्य एजेंडा राज्य की 10 सीटों पर होने वाले उपचुनाव और 2027 के विधानसभा चुनाव की तैयारी होगा. शनिवार को 7 राज्यों की 13 सीटों पर हुए उपचुनाव के नतीजों से भी पार्टी को झटका लगा है, ऐसे में मुमकिन है कि पार्टी इससे सबक लेते हुए और मजबूती से चुनावी मैदान में उतरेगी. यूपी में जिन 10 सीटों पर उपचुनाव होने हैं उनमें से 5 पर समाजवादी पार्टी और 3 पर बीजेपी का कब्ज़ा था, लिहाजा बीजेपी चाहेगी कि वो ना केवल अपनी सीटें जीते बल्कि समाजवादी पार्टी के खेमे की सीटों पर भी सेंध लगाए.
बड़बोले नेताओं पर होगी नज़र
लोकसभा चुनाव में बीजेपी की सीटें कम होने के बाद पार्टी के कुछ विधायकों, पूर्व सांसदों और कार्यकर्ताओं के बयान वायरल हो रहे हैं. सूत्रों बताते हैं कि कार्यसमिति की बैठक में बड़बोले विधायकों-कार्यकर्ताओं पर नज़र रहेगी. बैठक में किसी तरह का कोई विवादित बयान या संदेश न जाए, इसके लिए सभी प्रदेश पदाधिकारियों से ऐसे लोगों पर नज़र रखने को कहा गया है. सभी से साफ कह दिया है कि वह मीडिया में कोई बयानबाजी नहीं करेंगे. इसके लिए अलग-अलग लोगों को जिम्मेदारी भी दी गई है.
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved