लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का आव्हान है कि गणतंत्र दिवस उत्तर प्रदेश के प्रत्येक जनपद में तहसील स्तर पर समाजवादी किसानों के साथ ट्रैक्टरों पर तिरंगा लगाकर ध्वजारोहण करेंगे।
उन्होंने कहा कि भाजपा की गलतनीतियों के चलते देश का किसान दुखी है। खेती और फसलों पर बड़े उद्योग घरानों और बहुराष्ट्रीय कम्पनियों की नज़र है। खेती में प्रयोग होने वाले सभी कृषि यंत्र, खाद, बीज, रसायन, डीजल, बिजली मंहगी है। किसान को उत्पादन की लागत भी नहीं मिल रही है। एमएसपी की अनिवार्यता और तीन कृषि कानूनों को रद्द किये जाने की उचित मांग भी केन्द्र सरकार नहीं मान रही है।
उन्होंने कहा कि भाजपा नए कृषि कानूनों को लेकर हठधर्मिता पर उतर आई है। इन कानूनों से किसान बंधुआ मजदूर बन जाएगा। उसकी फसल के साथ जमीन पर भी संकट बढ़ गया है। अपने अस्तित्व के लिए प्रचंड शीतलहर में भी संघर्षशील है और दर्जनों किसान अपना बलिदान भी दे चुके हैं। भाजपा ने चंद कारपोरेट दोस्तों से अपवित्र गठबंधन के कारण पूरे देश के किसानों के जीवन पर दांव लगा दिया है।
यादव ने कहा कि भाजपा सरकार ने किसानों को लगातार धोखा देने का काम किया है। किसान की कर्जमाफी, आय दुगनी करने और लागत का ड्योढ़ा मूल्य देने के वादे धोखा साबित हुए है। किसान को धान, गेहूं और सरसों की कीमत कहां मिली है? सरकारी प्रचारतंत्र और भाजपा नेतृत्व अभी तक चीन, पाकिस्तान के खतरों का ढिंढोरा पीटता रहा है। अचानक उसे ट्रैक्टर ट्राली से खतरा पैदा हो गया है। सरकार को किसानों की बात मानकर गणतंत्र दिवस की गरिमा बचानी चाहिए और लोकतंत्र को बचाने के लिए यह भी जरूरी है।
उन्होंने कहा कि भाजपा राज में किसान पूरी तरह उपेक्षित रहा है। उनके नाम पर शुरू कथित योजनाएं केवल बिचौलियों को लाभ देने वाली रही है। किसान तो शोषण का शिकार ही हुआ है। किसान को खुले बाजार में बिचौलियों की दया पर छोड़ने की साजिशें हो रही है। (एजेंसी, हि.स.)
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