नई दिल्ली । दिल्ली(Delhi) में दो विधानसभा सीटों (Assembly seats)पर चुनाव लड़ रही असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी(Asaduddin Owaisi’s party) ऑल इंडिया मजलिस- ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (All India Majlis-e-Ittehadul Muslimeen) ने प्रचार में अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। एआईएमआईएम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने गुरुवार रात ओखला में जनसभा को संबोधित करने के साथ पैदल चलकर प्रचार भी किया। उन्होंने आम आदमी पार्टी (आप) और भाजपा पर तीखा हमला बोला।
ओवैसी ओखला सीट से चुनाव लड़ रहे दिल्ली के दंगे के आरोपी शिफा-उर-रहमान के लिए प्रचार करने पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि सब जगह विकास हो रहा है, लेकिन दिल्ली में नहीं। यहां गलियों तक की हालत बेहद खराब है। उन्होंने ‘आप’ पर निशाना साधते हुए कहा कि तुम डराओ मत कि भाजपा जीत जाएगी। मुझे मालूम है कि तुम्हारे मन में डर पैदा हो गया है। तुमको तुम्हारी नाकामी नजर आ रही है। मैं पांच साल पहले भी यहां आया था। ओखला में कोई तरक्की नजर नहीं आती। ओवैसी ने कहा कि मोदी और केजरीवाल दोनों आरएसएस से निकले हुए हैं। ओवैसी की पार्टी ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन ने मुस्तफाबाद से ताहिर हुसैन और ओखला से शिफा-उर-रहमान को मैदान में उतारा है। दोनों 2020 के दिल्ली दंगों के मामलों में जेल में हैं।
दावा- जेल से ही चुनाव जीतेंगे शिफा और ताहिर
ओवैसी ने दावा किया कि उनके प्रत्याशी शिफा-उर-रहमान और ताहिर हुसैन जेल में रहते हुए ही चुनाव जीतेंगे। शिफा-उर-रहमान दिल्ली दंगों की साजिश के मामले में जेल में बंद हैं। ओवैसी ने कहा कि अगर अरविंद केजरीवाल जमानत ले सकते हैं और चुनाव लड़ सकते हैं तो शिफा और ताहिर हुसैन भी जेल के अंदर से चुनाव लड़ सकते हैं और जीत सकते हैं।
जॉर्ज फर्नांडिस से की तुलना : जनसभा को संबोधित करते हुए ओवैसी ने शिफा की तुलना पूर्व केंद्रीय मंत्री जॉर्ज फर्नांडिस से की। उन्होंने कहा कि अगर फर्नांडिस बड़ौदा डायनामाइट मामले में जेल में बंद रहते हुए भी चुनाव जीत सकते हैं तो शिफा भी ओखला से जीतेंगे।
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