- संगठन ने ठुकराई संपत्तिया की अर्जी, नहीं मिलेगा दूसरा कार्यकाल
भोपाल। चुनाव आयोग ने मप्र में अगले महीने रिक्त हो रही तीन राज्यसभा सीटों के लिए चुनाव कार्यक्रम घोषित कर दिया है। इनमें से भाजपा के दो और कांग्रेस के एक प्रत्याशी राज्यसभा जाएंगे। भाजपा में संपत्तिया उइके और एमजे अकबर और कांग्रेस में विवेक तन्खा का कार्यकाल पूरा होने पर तीन सीटें अगले महीने खाली हो रही हैैं। तीनों सीटों पर कांगे्रस और भाजपा में राज्यपाल के दावेदारों के नाम सामने आ रहे हैं। भाजपा एक सीट से आदिवासी और एक सीट से मप्र के बाहर के किसी नेता को राज्यसभा भेज सकती है। जबकि कांग्रेस में विवेक तन्खा को फिर मौका मिल सकता है। प्रदेश कांग्रेस के कोषाध्यक्ष अशोक सिंह को भी राज्यसभा जाने का मौका मिल सकता है।
मप्र में अगले महीने 10 जून को होने वाले राज्यसभा चुनाव के लिए भाजपा व कांग्रेस में 3 सीट पर चेहरों की तलाश तेज हो गई है। भाजपा में दोनों सीट पर नाम पर अंतिम मुहर लगाने के लिए केंद्रीय नेतृत्व की बैठक दिल्ली में होगी। वर्तमान में दो सीटों में से एक पर एमजे अकबर और दूसरी पर संपतिया उइके सांसद है। उइके फिर से राज्यसभा जाने के लिए लॉबिंग कर रही हैं, लेकिन उन्हें संगठन ने सीधे तौर पर इंकार कर दिया है। संपतिया की जगह पार्टी किसी आदिवासी को भी राज्यसभा भेजेगी। इसके लिए आदिवासी नेताओं के नाम पर मंथन जारी है। सूत्र बताते हैं कि दो साल पहले पार्टी ने जिस तरह से सुमेर सिंह सोलंकी को राज्यसभा भेजने का निर्णय किया था, इस बार भी इस तरह का निर्णय लिया जा सकता है। जबकि एमजे अकबर की जगह मप्र के बाहर किसी अन्य नेता को राज्यसभा भेजा जा सकता है। जिसमें केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल का नाम भी शामिल हैं। प्रदेश भाजपा सूत्र बताते हैं कि प्रदेश नेतृत्व चाहता है कि एक सीट से दलित चेहरा व दूसरे से किसी सामान्य या ओबीसी को भेजा जाए। इस बीच ओबीसी आरक्षण का मामला भी जोर पकडऩे लगा है। ऐसे में भाजपा किसी ओबीसी नेता को भी राज्यसभा भेजने पर विचार कर सकती है। क्योंकि भाजपा की अेार से राज्यसभा में अभी सिर्फ एक ही ओबीसी नेता कैलाश सेानी है। हालांकि भाजपा अजा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष लाल सिंह आर्य का नाम भी राज्यसभा के दावेदारों में शामिल हैं। पिछली बार भी लाल सिंह आर्य का नाम राज्यसभा के लिए चला था, लेकिन पार्टी हाईकमान ने ऐनवक्त पर केंद्रीय मंत्री एल मुरुगन को मप्र से राज्यसभा भेजने का फरमान जारी कर दिया। अशोक सिंह जा सकते हैं राज्यसभा
कांग्रेस से राज्यसभा सदस्य की ओर से सुप्रीम कोर्ट में वरिष्ठ अधिवक्ता विवेक तन्खा का नाम लगभग तय है। प्रदेश में ओबीसी आरक्षण को लेकर गरमाई राजनीति के बीच पार्टी में वरिष्ठ नेता अशोक सिंह का नाम चर्चा में आया है। सिंह ग्वालियर लोकसभा से पहले 3 मर्तबा लोकसभा चुनाव लड़ चुके हैं, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा। सिंह यदि राज्यसभा भेजा जाता है तो ग्वालियर क्षेत्र में कांग्रेस की मजबूती की संभावनाएं बढ़ेंगी। इसके साथ ही वरिष्ठ विधायक बाला बच्चन के नाम की भी चर्चा है।