भोपाल। मध्यप्रदेश में मार्च-अप्रैल में प्रस्तावित नगरीय निकाय चुनाव के लिए भाजपा प्रत्याशी चयन संभाग स्तर पर करेगी। संभाग से नाम प्रदेश संगठन के पास आएंगे और यहां इन्हें विचार करके अंतिम रूप दिया जाएगा। यह निर्णय प्रदेश भाजपा की नगरीय निकाय चुनाव संचालन समिति की पहली बैठक में गुरुवार को लिया गया। इसमें यह भी तय किया गया कि नगर निगम, नगर पालिका और नगर परिषद के चुनाव के लिए अलग-अलग रणनीति बनाई जाएगी। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा की अध्यक्षता में हुई बैठक में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, संगठन महामंत्री सुहास भगत, सह संगठन मंत्री हितानंद शर्मा, समिति के संयोजक उमाशंकर गुप्ता सहित सभी सदस्य मौजूद थे। इसमें निकाय चुनाव की तैयारियों को लेकर चर्चा की गई। साथ ही तय किया गया कि महापौर से लेकर पार्षद तक के चुनाव के लिए अलग-अलग रणनीति बनाई जाएगी। केंद्र से लेकर राज्य सरकार के योजनाओं की जानकारी वार्ड तक पहुंचाने के कार्यक्रम किए जाएंगे। प्रत्याशी का चयन संभाग स्तर पर होगा। वहां से प्रस्ताव प्रदेश संगठन के पास आएगा, जिसे अंतिम रूप विचार-विमर्श करके दिया जाएगा। बैठक में तय किए गए बिंदुओं पर समिति रणनीति का खाका खींचेगी।
कौन कौन समिति में शामिल
भाजपा ने हाल ही में निकाय चुनाव संचालन समिति का गठन किया है । भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा की ओर से गठित समिति में पूर्व मंत्री उमा शंकर गुप्ता संयोजक बनाए गए हैं।विधायक रमेश मेंदोला और शरदेंदु तिवारी को सह संयोजक बनाया गया। समिति में 15 सदस्य और 4 विशेष आमंत्रित सदस्य बनाए गए हैं। हालांकि इस समिति में भी सिंधिया समर्थकों को जगह न देने को को लेकर सियासी तौर पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
कब हो सकते हैं चुनाव
मध्यप्रदेश में आने वाले दिनों में निकाय चुनाव की आहट सुनाई दे रही है। राज्य निर्वाचन आयुक्त साफ कर चुके हैं कि मतदाता सूचियों का अंतिम प्रकाशन 3 मार्च को कर दिया जाएगा। ऐसे में यह माना जा रहा है कि चुनाव की तारीखों का ऐलान उसके बाद कभी भी किया जा सकता है। अगर मार्च में तारीखों का ऐलान हुआ तो अप्रैल में निकाय चुनाव हो सकते हैं। यही वजह है कि निकाय चुनाव को लेकर बीजेपी और कांग्रेस अपनी अपनी तैयारियों को धार देने में लगी हैं।
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