भोपाल। भाजपा पुराने मुख्यालय को तोड़कर दिल्ली की तर्ज पर नई हाईटेक बिल्डिंग बनाने जा रही है। इसके लिए कार्यालय को पुराने आरटीओ परिसर में शिफ्ट कर दिया गया। भाजपा अब अस्थायी कार्यालय में ही 2023 विधानसभा चुनाव की रणनीति तैयार करेगी। इसके लिए भाजपा की बैठक 4 सितंबर को होगी। इसमें पार्टी के प्रशिक्षण वर्ग और प्रदेश कार्यसमिति की तारीख तय होगी। राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री शिवप्रकाश के निर्देशों पर विधानसभा चुनाव की तैयारियों पर गाइडलाइन बनी है।
गौरतलब है की भाजपा का वर्तमान मुख्यालय तीन दशक पुराना है। यह अभी मजबूत है, लेकिन यहां पर जगह कम होने के कारण इसे तोड़कर नई हाईटेक और सुविधा जनक बिल्डिंग तैयार की जा रही है। इस बिल्डिंग को जल्द ही जोडऩे की कार्रवाई शुरू होगी। इससे पहले भाजपा ने पुराने आरटीओ परिसर में कार्यालय का शुभारंभ कर दिया है। ऐसे में अब माना जा रहा है कि 2023 विधानसभा की रणनीति भाजपा अस्थायी कार्यालय से ही तैयार करेगी। हालांकि भाजपा की योजना विधानसभा चुनाव से पहले नई बिल्डिंग में शिफ्ट होने की है।
शिवप्रकाश के निर्देशों पर गाइडलाइन बनी
विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा ने नई रणनीति बनाते हुए उन 100 सीट पर खास तौर फोकस किया है, जहां पार्टी पिछली बार हारी थी। इनमें ज्यादातर मालवा-निमाड़, ग्वालियर-चंबल और बुंदेलखंड क्षेत्र की हैं। इन सीटों को जीतने के लिए माइक्रो प्लानिंग बनाई गई है। प्रत्येक सीट पर चुनाव होने तक सांसद और विधायकों की जिम्मेदारी तय कर दी गई है। संगठन की निगरानी में इन नेताओं के नियमित दौरे होंगे, जो बूथ मैनेजमेंट की मानिटरिंग करेंगे। भाजपा की बैठक 4 सितंबर को होगी। इसमें पार्टी के प्रशिक्षण वर्ग और प्रदेश कार्यसमिति की तारीख तय होगी। राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री शिवप्रकाश के निर्देशों पर विधानसभा चुनाव की तैयारियों पर गाइडलाइन बनी है। राज्यसभा सांसदों, प्रदेश के केंद्रीय मंत्री और प्रदेश पदाधिकारियों को भी इन सीटों पर जाना पड़ेगा। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा अगले सप्ताह से आदिवासी इलाकों में जाएंगे। धार, झाबुआ, खरगोन, बड़वानी आदि जिलों में उनके दौरे होंगे। इन क्षेत्रों में पार्टी नेता-कार्यकर्ताओं की बैठक होगी। कई जरूरी बदलाव होंगे। शर्मा मेयर चुनाव हारने वाली सिंगरौली और कटनी में कार्यकर्ताओं के बीच जाएंगे। सिंगरौली में आप और कटनी में भाजपा की बागी जीती हैं।
हाईटेक बनेगा नया मुख्यालय
भाजपा का नया मुख्यालय हाईटेक होगा। यहां पार्किंग से लेकर बैठकों के बड़ा मीटिंग हॉल होगा। इसके अलावा पदाधिकारियों के लिए अलग-अलग कक्ष होंगे। आईटी सेल के लिए आधुनिक सुविधाओं से लैस होगा। इस बिल्डिंग को एक साल में तैयार करने के लिए 24 घंटे काम चलने की बात कही जा रही है। मौजूदा पंडित दीनदयाल उपाध्याय बिल्डिंग में बीजेपी कार्यालय 1992 से संचालित है। इसके बाद से बीजेपी ने यहां पर 6 विधानसभा चुनाव लड़े। इनमें बीजेपी और कांग्रेस दोनों ने 3-3 चुनाव जीते। बीजेपी को 1993, 1998 और 2018 के चुनाव में हार का सामना करना पड़ा था।
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