रोहतक। केन्द्र सरकार (Central Government) द्वारा तीन कृषि कानूनों के विरोध में किसान आंदोलन के 100 दिन पूरे होने पर संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर किसानों ने मकडोली, मदीना, डीघल व रोहद टोल पर काले बिल्ले व झंडे लगाकर काला दिवस मनाया। सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। किसानों ने केएमपी हाइवे भी जाम रखा। किसानों का कहा कि सरकार चाहे कितने भी षडयंत्र रच ले, लेकिन जब तक तीन कृषि काले कानून वापिस नहीं होते है तब तक किसानों का आंदोलन जारी रहेगा।
मकडोली टोल पर धरने पर बैठे किसानों को संबोधित करते हुए भारतीय किसान यूनियन अंबावता के प्रदेश अध्यक्ष अनिल नांदल उर्फ बल्लू प्रधान ने कहा कि तीन कृषि काले कानूनों के विरोध में पिछले सौ दिन से किसान शांतिपूर्ण तरीक्के से देश के कौने कौने में आंदोलन कर रहे है, लेकिन सरकार के कानो पर जूंह तक नहीं रेग रही। उन्होंने कहा कि केन्द्र व प्रदेश की भाजपा सरकार सत्ता के नशे में चूर है, लेकिन इतिहास गवाह है जिस भी सरकार ने किसान, मजदूर व कमेरे वर्ग की अनदेखी की है, उसे इसका खामियाजा जरूर भुगतना पड़ा है। देश का अन्नदाता सरकार से परेशान होकर अपनी खड़ी फसलों को नष्ट करने पर तुला है, लेकिन सरकार काले कानूनों को वापिस नहीं लेने पर हठधर्मिता अपनाए हुए है।
उन्होंने कहा कि किसान अपने लिए नहीं बल्कि आने वाली नस्लों को बचाने के लिए लड़ाई लड़ रहा है। अगर किसान फसल नहीं पैदा करेगा तो देश की जनता कहां से अनाज खाएगी। बडे बड़े कारपोरेट घरानों का देश पर कब्जा हो जाएगा और देश की जनता दोबारा से गुलाम बन जाएगी, लेकिन देश का किसान इसे कतई बर्दाशत नहीं करेगा। (एजेंसी, हि.स.)
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved