इंदौर। भाजपा अलग-अलग स्तर पर लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुट गई है। कल से दीवार लेखन अभियान शुरू किया गया, जिसमें प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा से लेकर इंदौर के जनप्रतिनिधियों ने भी यह कार्य किया, तो दूसरी तरफ राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा अवसर पर इंदौर सहित प्रदेशभर में दीपावली मनाई जा रही है, वहीं 29 सीटों के लिए प्रभारी भी तय किए जाएंगे। दूसरी तरफ कांग्रेस अपनी ही कमजोरियों को दूर नहीं कर पा रही है, तो राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा पर उसकी उम्मीदें टिकी हैं। प्रदेश की 54 विधानसभा और 7 लोकसभा क्षेत्रों से इस यात्रा को गुजरना है। पिछले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस सिर्फ छिंदवाड़ा की सीट ही बचा पाई थी और शेष 28 सीटों पर उसे हार का मुंह देखना पड़ा और अभी विधानसभा चुनाव भी बुरी तरह हारी।
सोशल मीडिया पर एक खबर तेजी से फैली कि पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ 21 जनवरी को प्रधानमंत्री श्री मोदी से मिल रहे हैं। जबकि यह खबर पूरी तरह से गलत थी, क्योंकि कमलनाथ देश में ही नहीं हैं और 31 जनवरी तक विदेश रहेंगे। दूसरी तरफ कांग्रेस के नए युवा अध्यक्ष जीतू पटवारी अपने स्तर पर मेहनत करने में जुटे हैं। वे अभी राहुल गांधी की न्याय यात्रा की शुरुआत में भी शामिल हुए। वहीं प्रदेश में हफ्तेभर यह यात्रा रहेगी। हालांकि विधानसभा चुनाव से पहले भी राहुल की भारत जोड़ो यात्रा मध्यप्रदेश आई थी, मगर उसका कोई अधिक फायदा कांग्रेस को नहीं मिला और 66 सीटों पर ही सरकार बनाने के दावे के विपरित वह सीमट गई। अब लोकसभा में 7 लोकसभा क्षेत्रों से यह न्याय यात्रा गुजरेगी और कांग्रेस को भरोसा है कि इसका फायदा उसे लोकसभा चुनाव में मिलेगा। मणीपुर से यह यात्रा शुरू हुई है और फरवरी के दूसरे पखवाड़े में मध्यप्रदेश में इसका प्रवेश होगा। मुरैना, ग्वालियर, शिवपुरी, राजगढ़, गुना, आगर-मालवा, उज्जैन, रतलाम होते हुए झाबुआ से यह यात्रा गुजरेगी, जिसमें 54 विधानसभा और 7 लोकसभा क्षेत्र कवर होंगे।
दूसरी तरफ भाजपा, जिस तरह से हर चुनाव को लेकर गंभीर रहती है और उसका पूरा संगठन और अन्य सहयोगी दल जुट जाते हैं, उसी तरह उसने लोकसभा चुनाव की तैयारी भी जोर-शोर से शुरू कभाजपा र दी। कल से उसने दीवार लेखन अभियान शुरू किया और एक बार फिर मोदी सरकार का नारा भी दिया। 22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा होना है, जिसके कार्यक्रम शुरू भी हो गए हैं। शहरभर में प्रमुख व्यवसायिक प्रतिष्ठानों, शॉपिंग मॉल व अन्य जगह मंदिर की प्रतिकृति भी लगवाई गई है, तो हर विधानसभा से 5 से लेकर 6 हजार लोगों को अयोध्या की यात्रा करवाने का जिम्मा भी विधायकों को सौंपा जा रहा है। चर्चा यही है कि 15 फरवरी के बाद लोकसभा चुनाव की घोषणा संभव है और समय से लगभग एक माह पूर्व ये चुनाव कराए जा सकते हैं, ताकि राम मंदिर का जो माहौल देशभर में बनेगा उसका फायदा उठाया जा सके। वहीं मध्यप्रदेश की 29 लोकसभा सीटों को 7 क्लस्टरों को बांटकर वरिष्ठ नेताओं को उसकी जिम्मेदारी दी गई है। वहीं यह भी विचार किया जा रहा है कि प्रत्येक लोकसभा सीट के लिए अलग-अलग प्रभारी नियुक्त किए जाएं। विधानसभा चुनाव की तरह ही लोकसभा चुनाव के भी सभी महत्वपूर्ण फैसले दिल्ली दरबार से ही होंगे। कल मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने दिल्ली जाकर पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा से भी कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की।
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