नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) (Bharatiya Janata Party (BJP) को दिल्ली के विधानसभा चुनाव (Delhi assembly elections) में शानदार जीत मिली है। वह किसे मुख्यमंत्री (Chief Minister) बनाएगी इसे लेकर सस्पेंस जारी है। अब पता चला है कि पार्टी मुख्यमंत्री के नाम को अंतिम रूप देने की प्रक्रिया के तहत नवनिर्वाचित पार्टी विधायकों (Newly elected party MLAs) से बातचीत के लिए पर्यवेक्षकों की नियुक्ति करने वाली है। पर्यवेक्षक पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व का प्रतिनिधित्व करेंगे। साथ ही उनके और 48 विधायकों के बीच मध्यस्थता करने के लिए जिम्मेदार होंगे।
दिल्ली भाजपा अध्क्ष वीरेंद्र सचदेवा ने शनिवार को कहा, ‘भाजपा में मुख्यमंत्री चयन के लिए लोकतांत्रिक प्रक्रिया है। केंद्रीय नेतृत्व पर्यवेक्षक भेजेगा, पर्यवेक्षक नवनिर्वाचित विधायकों से बात करेंगे और फिर वे केंद्रीय नेतृत्व को नाम भेजेंगे। इसके बाद मुख्यमंत्री कौन होगा, इस पर फैसला लिया जाएगा।’ 27 साल बाद सत्ता में वापसी करते हुए भाजपा ने हाल ही में संपन्न दिल्ली विधानसभा चुनाव के 70 सदस्यीय सदन में 48 सीटें जीतीं, जबकि आप को 22 सीटें मिलीं।
भाजपा ने 2025 का विधानसभा चुनाव बिना किसी सीएम चेहरे के लड़ा था और नतीजे घोषित होने के कुछ दिनों बाद भी पार्टी ने नया सीएम नहीं चुना है। भाजपा में चल रही अटकलों के अनुसार, कुछ नामों पर चर्चा हो रही है, जिनमें नई दिल्ली से पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल को हराने वाले प्रवेश वर्मा, शालीमार बाग की विधायक रेखा गुप्ता, रोहिणी से विजेंद्र गुप्ता, मालवीय नगर से सतीश उपाध्याय, जनकपुरी में आशीष सूद, उत्तम नगर से पवन शर्मा और घोंडा से अजय महावर के नाम शामिल हैं।
केंद्रीय पर्यवेक्षकों द्वारा नाम तय करने के बाद विधायक दल की बैठक बुलाई जाएगी, जिसमें नवनिर्वाचित विधायक अपना नेता चुनेंगे। विधायक जिस व्यक्ति को अपना नेता चुनेंगे, वह दिल्ली में नई सरकार बनाने का दावा पेश करेगा। पार्टी के एक अन्य नेता ने बताया कि भाजपा जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम या रामलीला मैदान में नए मुख्यमंत्री का शपथ ग्रहण समारोह आयोजित करने की योजना बना रही है, जिसमें भाजपा और एनडीए शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों को भी आमंत्रित किया जाएगा। समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी मौजूद रहेंगे।
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