भोपाल। दमोह (Damoh) उपचुनाव में जीत के लिए भाजपा (BJP) ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। उसने अपने बड़े नेताओं को जीत की जिम्मेदारी सौंपी है। पार्टी ने केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद पटेल (Prahlad Patel) से लेकर सरकार के 2 बड़े मंत्री गोपाल भार्गव (Gopal Bhargava) और भूपेंद्र सिंह (Bhupendra Singh) को जीत का जिम्मा सौंपा है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) और प्रदेश अध्यक्ष बीडी शर्मा (BD Sharma) के लगातार दमोह दौरे हो रहे हैं। लेकिन इन सबके बीच बड़ा सवाल कांग्रेस (Congress) में बना हुआ है। कांग्रेस (Congress) में दमोह (Damoh) उपचुनाव के स्टार प्रचारक बने दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) , अरुण यादव (Arun Yadav) और अजय सिंह (Ajay Singh) ने अब तक प्रचार से दूरी बनाकर रखी है। कमलनाथ (Kamalnath) दमोह का एक बार दौरा कर चुके हैं। उसके बाद कमलनाथ (Kamalnath) दिल्ली और असम चुनाव में व्यस्त हो गए हैं। दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) ने दिल्ली में डेरा डाला हुआ है। अरुण यादव (Arun Yadav) खंडवा में और अजय सिंह (Ajay Singh) भोपाल (Bhopal) में व्यस्त हैं। इन सभी बड़े नेताओं के उपचुनाव से दूरी बनाने पर बीजेपी (BJP) को तंज कसने का मौका मिल गया है।
भाजपा का तंज
भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा ने कहा दिग्विजय सिंह जहां जाते हैं वहां कांग्रेस के वोट कट जाते हैं। ऐसे में पार्टी ने दूरी बनाने में ही समझदारी दिखाने का काम किया है।
रंगपंचमी के बाद जमाएंगे रंग
कांग्रेस का कहना है पार्टी के सभी स्टार प्रचारक दमोह उपचुनाव में पार्टी के पक्ष में माहौल बनाने के लिए उतारे जाएंगे। पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने कहा रंग पंचमी के बाद कमलनाथ, दिग्विजय सिंह, अरुण यादव समेत पार्टी के सभी बड़े नेता दमोह उपचुनाव में उतरेंगे।
ये है खामोशी की वजह
नवंबर में 28 विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव के बाद दमोह सीट भाजपा और कांग्रेस दोनों के लिए साख का सवाल बन गई है। भाजपा ने यहां पर जीत के लिए मंत्रियों से लेकर नेताओं की एक बड़ी फौज को अहम जिम्मेदारी सौंपी है। सिर्फ इतना ही नहीं पार्टी नेताओं के दौरों से दमोह प्रत्याशी का पारा चढऩे लगा है। लेकिन कांग्रेस की तरफ से अब तक सिर्फ कमलनाथ का दौरा हुआ है। ऐसे में कांग्रेस उम्मीदवार अजय टंडन अपने बूते पर ही चुनाव प्रचार में जुटे हुए हैं। बताया जा रहा है कि पीसीसी की तरफ से भी किसी बड़े नेता का उप चुनाव का कार्यक्रम जारी नहीं हुआ है और यही कारण है की पार्टी नेता खामोश बैठे हैं।
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