विदिशा। शुक्रवार को संपन्न हुआ जिला पंचायत के प्रथम सम्मेलन में भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष निर्वाचित हुए हैं। 19 सदस्यों वाली जिला पंचायत में कांग्रेस के 9 प्रत्याशी वोटिंग करने के लिए एक साथ आए थे। जबकि भाजपा के प्रत्याशी में 4 प्रत्याशी ऐसे थे जिनके साथ एटेंडर वोट डालने गए थे। गहमा गहमी और प्रतिष्ठापूर्ण चुनाव में भाजपा और कांंग्रेस ऐढ़ी चौटी की ताकत लगा रखी थी। मेनेजमेंट और आपसी समझौता के चलते भाजपा अपनी रणनीति में सफल हुए और जिला पंचायत पर कब्जा कर लिया।
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के परिणाम आने के बाद भाजपा की गीता रघुवंशी ने जिला पंचायत अध्यक्ष का फार्म भरा था। वहीं कांगे्रस की और पार्वती गगनेन्द्र रघुवंशी मैदान में थे। चुनाव की प्रक्रिया के चलते सुबह से ही विदिशा की राजनीति में गहागमी का मोहौल बना हुआ था। जहां बीजेपी जिला पंचायत पर अपना कब्जा करना चाह रही है, तो वहीं कांग्रेस भी पूरा जोर लगा रही थी। गुरुवार तक किसी एक नाम पर सहमति नहीं बन सकी। प्रदेश कार्यकारिणी की समिति के सचिव सदस्य मुकेश टंडन ने बताया गीता रघुवंशी भाजपा की प्रत्याशी हैं और जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर भाजपा के खाते में आएगा। इधर कांग्रेस की और से विधायक शशांक भार्गव ने बताया कि कांग्रेस की और से पार्वती गगनेंद्र रघुवंशी को प्रत्याशी बनाया गया है। नामांकन प्रक्रिया के बाद वोट डले जिसमें 3 वोटों से कांग्रेस की पर्वती गगनेन्द्र रघुवंशी को हराया। गीता रघुवंशी को 11 वोट मिले तो वहीं पार्वती को 8 वोट मिले।
तीन मैदान में एक ने खींचा फार्म, दरयाव बने उपाध्यक्ष
जिला पंचायत के उपाध्यक्ष चुनाव में एक वोट निरस्त होने पर कांग्रेस और भाजपा को बराबर वोट मिले, जिसके एक बच्ची से पर्ची निकलवाई गई, जिसमें भाजपा के दरयाव सिंह के नाम की पर्ची निकलने के साथ भाजपा उपाध्यक्ष चुने गए। इसके साथ ही अध्यक्ष और उपाध्यक्ष की कुर्सी पर बीजेपी का कब्जा हो गया। बताया गया कि उपाध्यक्ष नामांकन प्रक्रिया को लेकर लाखन सिंह बीजेपी, दयाव सिंह कुर्मी बीजेपी और कांग्रेस की सीमा ने फार्म दाखिल किए थे। नाम वापसी की समयसीमा के अंदर लाखन सिंह ने अपना फार्म खींच लिया। भाजपा की और से दरयाव सिंह और कांग्रेस की और सीमा उपाध्यक्ष के लिए मैदान में थीं। चुनाव मतगणना के बाद स्थिति इतनी भयानक निर्मित हुई की दोनों को 9-9 वोट मिले कुछ देर के लिए दोनों राजनैतिक पार्टियों में चिंता की लकीरें देखीं गईं। कलेक्टर एवं निर्वाचन अधिकारी उमाशंकर भार्गव ने माइक से एलान कर एक बच्ची को बुलाने का आदेश दिया। इसके बाद ड्रा के माध्यम से उपाध्यक्ष का चुनाव कराया गया। जिसमें दरयाव सिंह पर्ची निकलते ही भाजपा खेमा खुश हो गया और भाजपा के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं में खुशी देखी गई।
कांग्रेस ने बदला प्रत्याशी
जिला पंचायत चुनाव के बाद से ही भाजपा की और से जीता रघुवंशी को प्रत्याशी माना जा रहा था। वहीं कुछ दिन पूर्व बासौदा की गायत्री रघुवंशी का भी नाम सामने आया था। भााजपा कौर कमेटी और वरिष्ठ पदाधिकारियों के साथ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गीता रघुवंशी पर अध्यक्ष के लिए मोहर लगा दी थी। मात्र एक ही प्रत्याशी भाजपा की और से मैदान में थीं और भाजपा समर्पित 10 सदस्य अपने खाते में मान रही थी। वहीं कांग्रेस की और से रैना विक्रम सिंह सिंधू का नाम चल रहा था और बताया गया कि इनके पास 7 कांग्रेस समर्पित सदस्य मौजूद थे। दोनों पार्टियों ने अपने-अपने सदस्यों को चुनाव का कार्यक्रम जारी होते ही प्रवास पर भेज दिया था। नियत तिथि के एक दिन पूर्व कांग्रेस की और प्रत्याशी बदल कर वार्ड 18 से जीतकर आईं पार्वती गगनेन्द्र रघुवंशी को प्रत्याशी घोषित कर दिया। इससे चुनाव में पैंच फसता दिखाई दे रहा था। जिला पंचायत अध्यक्ष का बनाना अभी तक माना जा रहा था कि भाजपा का अध्यक्ष बनेगा। दोनों पार्टियों ने रघुवंशियों को अपना प्रत्याशी बना दिया था। चुनाव हुआ जिसमें भाजपा के मेनेजमेंट के चलते कांगे्रस के 9 प्रत्याशियों में से 1 प्रत्याशी ने क्रास वोटिंग किया और कांगे्रेस को 8 मत से संतोष होना पड़ा। वहीं भाजपा 1 वोट लेकर विजय हो गई। इस प्रकार कांग्रेस के 8 सदस्यों ने वोट डाले। वहीं भाजपा को 11 सदस्यों ने सहयोग किया।
भाजपा ने पीडब्ल्यू क्वाटर तो कांग्रेस ने डाला रेस्ट पर डेरा
जिला पंचायत चुनाव के चलते रेस्ट हाऊस के लिए प्रशासन ने मीडिया के लिए आरक्षित किया था। लेकिन उस पर कांग्रेस डेरा डाल दिया और चुनाव का संचालन वहीं बैठकर किया। वहीं भाजपा ने जिला पंचायत के सामने स्थित पीडब्ल्यू डी के अधिकारी के क्वाटर को अपना ठिकाना बनाया। जहां से अध्यक्ष के निर्वाचन से लेकर उपाध्यक्ष के निर्वाचन की संपूर्ण गतिविधियां संचालन करार्इं। मजेदार बात यह है कि इस तरह की चुनावी गतिविधियों में सरकारी भवनों का प्रयोग नियम विरूद्ध हैं। इसके बाद भी बेखौफ होकर राजनैतिक गतिविधियां संचालित होतीं रहीं।
खाकी के साए में संपन्न हुआ चुनाव
जिला पंचायत चुनाव को लेकर पुलिस ने चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल तैनात की थी। रेस्ट हाऊस के सामने वरीकेट्स लगे थे। कलेक्ट्रेट के पीछे का गेट और जिला पंचायत के गेट पर ताला लगा हुआ था। इसके अलावा सिंह वाहिनी मंदिर को वेरीकेट्स के सील कर रखा था। सिर्फ उन लोगों को परमिट किया गया था। जो सरकारी कर्मचारी हैं। या फिर जिला पंचायत के सदस्य है। चौक चौंबंद व्यवस्था के बाद भी राजनैतिक पार्टियों से जुड़े लोग वेरीकेट्स के अंदर चहल कदमी करते दिखाई दिए। इतना ही नहीं उपाध्यक्ष का चुनाव संपन्न नहीं हुआ और डीजे पर भाजपा के जयकारे लगने लगे।
अध्यक्ष और उपाध्यक्ष को बांटे जीत के प्रमाण पत्र
कलेक्टर एवं पीठासीन अधिकारी उमाशंकर भार्गव के द्वारा जिला पंचायत के अध्यक्ष व उपाध्यक्ष के निर्वाचन प्रक्रिया प्रथम सम्मिलन में अध्यक्ष पद की निर्वाचन प्रक्रिया को सम्पन्न कराया है। दो अभ्यर्थी श्रीमती गीता कैलाश रघुवंशी और श्रीमती पार्वती रघुवंशी के द्वारा नाम निर्देशन पत्र दाखिल किए गए थे मतदान उपरांत मतगणना के परिणामों में श्रीमती गीता कैलाश रघुवंशी को 11 मत जबकि श्रीमती पार्वती रघुवंशी को आठ मत प्राप्त हुए थे इस प्रकार जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर निर्वाचित श्रीमती गीता कैलाश रघुवंशी निर्वाचित घोषित होने पर उन्हें निर्वाचित होने का प्रमाण पत्र प्रदाय किया गया है। जिला पंचायत उपाध्यक्ष पद पर दो अभ्यर्थी दरयाब सिंह कुर्मी और सुश्री सीमा के मध्य बराबर नौ-नौ मत प्राप्त होने पर निर्वाचन परिणाम ड्रॉ के माध्यम से किया गया है। कलेक्टर ने बताया कि ड्रॉ में दरयाब सिंह कुर्मी के नाम की पर्ची निकलने पर दरयाब सिंह कुर्मी को उपाध्यक्ष पद पर निर्वाचित घोषित करते हुए प्रमाण पत्र प्रदाय किया गया है।
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