रामेश्वर धाकड़
भोपाल। प्रदेश मे अब भाजपा के जिला कार्यालय पॉवर सेंटर की भूमिका में रहेंगे। यहां विधायक, मंत्री एवं सांसदों को कार्यकर्ता एवं जनता के लिए अनिवार्य रूप से उपस्थित होना होगा। यहां तक कि जरूरतमंदों को सरकारी सुविधा और योजनाओं का लाभ दिलाने में भी भाजपा कार्यालय मदद करेगा। यदि किसी कार्यकर्ता पर किसी भी तरह की ज्यादती होती है तो पार्टी कार्यालय से उसकी मदद होगी।
अभी तक सियासत में यह परंपरा चलती आ रही है कि जिलों में विधायक, सांसद और मंत्रियों के घर और कार्यालय ही पॉवर सेंटर होते हैं। पद मिलने के बाद सालों में ये नेता पार्टी कार्यालय झांकने तक नहीं आते। यहां तक कि पार्टी नेताओं की अनदेखी भी होती है, लेकिन भाजपा इस परंपरा को बदलने की तैयारी में है। अब जिलों में जिला कार्यालय और जिलाध्यक्ष सबसे ज्यादा पॉवरफुल होगा। विवादित लोगों को संगठन के बड़े दायित्वों से दूर रखा जाएगा। साफ छवि और पार्टी के निष्ठावन नेता और कार्यकर्ताओं को यह दायित्व मिलेगा। जिला कार्यालय में फुल टाइम स्टाफ रहेगा (कार्यालय पदाधिकारी)। यहां से संगठन के बूथ स्तर के काम चलेंगे। सरकार की योजनाओं और कामों को जनता तक पहुंचाने का दायित्व भी भाजपा संगठन संभालेगा। जिन लोगों को केंद्र एवं राज्य सरकारों की योजनाओं का लाभ मिल चुका है। उनका पूरा डाटा जिला कार्यालय में रहेगा। ऐसे लोगों से बीच-बीच में संपर्क भी स्थापित किया जाएगा।
मंत्रियों को लगानी होगी हाजिरी
प्रदेश भाजपा कार्यालय के अनुसार हर जिले में पार्टी के कार्यालय हैं। कुछ जिलों में हाईटेक कार्यालय हैं। ये कार्यालय कार्पोरेट स्टाइल में चलेंगे। यानी नियमित खुलेंगे। काम भी होंगे। सरकारी सिस्टम से परेशान लोग यहां सरकारी सेवाओं (स्वास्थ्य सुविधा, राशन, आवास, सरकारी मदद, पेंशन, विवाह योजनाएं समेत अन्य योजनाएं) के लिए मदद कर सकते हैं। यहां आकर मंत्री, विधायक एवं सांसदों से मिल सकते हैं। जिला कार्यालय यह व्यवस्था करेगा कि किस दिन कौन मिलेगा। जिलों के प्रवास पर मुख्यमंत्री, मंत्री, सांसद एवं केंद्रीय नेता भी पार्टी कार्यालय जाएंगे।
गरीबों, नौजवानों, महिलाओं समेत समाज के हर वर्ग को सुशासन देने का जो सपना पं. दीनदयाल उपाध्याय और स्व. अटलबिहारी वाजपेयी जी ने संजोया था। सरकार और संगठन तंत्र की मजबूती का काम मिलजुलकर करेंगे।
वीडी शर्मा, प्रदेशाध्यक्ष, भाजपा
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