चेन्नई। तेलंगाना में विधानसभा चुनाव की तारीखों के एलान के साथ ही सियासी हलचल तेज हो गई है। सभी दलों के दिग्गज नेता चुनावी कार्यक्रमों में ताकत झोंक रहे हैं। भाजपा भी तेलंगाना में अपने पैर जमाने के लिए भरसक प्रयास कर रही है। पार्टी के नेता लगातार सत्ताधारी पार्टी भारत राष्ट्र समिति पर निशाना साध रहे हैं। इन सब चुनावी तैयारियों के बीच विवाद तब खड़ा हो गया, जब निजामाबाद से भाजपा सांसद अरविंद धर्मपुरी ने मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव और उनके बेटे केटी रामाराव के मरने को लेकर बयान दे दिया। बयान के बाद से प्रदेश में काफी विवाद खड़ा हो गया है।
एक रिपोर्ट के अनुसार, अरविंद धर्मपुरी ने एक जनसभा में कहा कि अगर तेलंगाना के मुख्यमंत्री के.चंद्रशेखर राव और उनके बेटे केटी रामाराव की मृत्यु हो जाती है तो भाजपा दोनों को आर्थिक मदद देगी। इस बयान के बाद बीआरएस ने भी पलटवार किया।
एक चुनावी कार्यक्रम में धर्मपुरी ने मंगलवार को कहा कि बीआरएस ने अपने घोषणापत्र में केसीआर बीमा योजना के तहत मृत किसानों के परिवारों को पांच लाख रुपये का जीवन बीमा देने का वादा किया है। इसमें कहा गया है कि यदि मृतक किसान की उम्र 56 वर्ष से कम है तो परिवारों को बीमा दिया जाएगा। ये कैसी मदद है?
उन्होंने आगे बीआरएस प्रमुख चंद्रशेखर राव और उनके बेटे रामाराव पर निशाना साधते हुए कहा, ‘अगर चंद्रशेखर राव मर जाते हैं तो भाजपा उनके परिवार को पांच लाख रुपये देगी और अगर उनके पुत्र रामाराव मर जाते हैं तो हम इस राशि को बढ़ाकर 10 लाख रुपये कर देंगे। उन्होंने कहा, ‘वैसे भी केसीआर का समय खत्म हो चुका है। यदि युवा लोग मरते हैं, तो राशि बढ़ा दी जाएगी। यदि केसीआर की बेटी कविता मर जाती हैं तो मैं 20 लाख रुपये की घोषणा करूंगा।’
भाजपा नेता की टिप्पणियों पर पलटवार करते हुए बीआरएस नेता और केसीआर की बेटी कविता ने कहा, ‘अगर अरविंद धर्मपुरी ने मेरे खिलाफ बयान दिए। अगर उन्होंने आपकी बेटियों के खिलाफ ये टिप्पणियां की हैं, तो क्या आप चुप रहेंगे? क्योंकि मैं राजनीति में हूं और मैं केसीआर की बेटी हूं, क्या यह बोलने का तरीका है?’
कविता ने कहा कि इन व्यक्तिगत हमलों पर जनता को सोचना चाहिए कि यह किस हद तक सही है। उन्होंने राज्य के लोगों से निजामाबाद के मौजूदा सांसद अरविंद धर्मपुरी की टिप्पणियों के बारे में सोचने को कहा।
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