उज्जैन। उजाड़ और बदहाल पड़े गोवर्धन सागर की सुध आखिर संतों ने ली और पूरे समाज को जागृत किया। इसी के चलते आज गोवर्धन सागर का सफाई अभियान जन तंत्र द्वारा संतों की अगुवाई में किया जाएगा इसमें जनप्रतिनिधि भी शामिल होंगे। 36 बीघा जमीन पर बने गोवर्धन सागर की सीमाओं पर कई लोगों ने अतिक्रमण कर लिया है और कई बेजा कब्जा जमाए हुए हैं। इसी के चलते यह सागर लावारिस हो गया था। पूरे सागर में करीब 6 से 8 फीट की घास उग आई है और किनारे पर भराव करके गुमटिंयाँ लगा दी गई है। प्रशासन ने हालांकि इस सागर की भूमि को अपने कब्जे में लिया था लेकिन मामला कोर्ट में चल रहा है। इसी के चलते प्रशासन यहाँ कोई काम नहीं करा पा रहा है। इसी को देखते हुए अब रामादल के संतों ने जिम्मेदारी ली और वे धरने पर बैठे तो इन संतों के साथ भाजपा, कांग्रेस और समाज के अनेक संगठन साथ हो गए और कारवां बड़ा हो गया।
2 दिन पहले संतों के इसी मंच से घोषणा की गई थी कि 27 जनवरी को गोवर्धन सागर की सफाई की जाएगी और यहाँ संस्थाएँ श्रमदान करेंगी। भाजपा ने बकायदा अपने 9 मंडल के सभी कार्यकर्ताओं को सूचना की है कि इस श्रमदान में आवश्यक रूप से भाग लेना है। आज 11 बजे शुरू होने वाले श्रमदान में कैबिनेट मंत्री डॉ. मोहन यादव, विधायक पारस जैन, भाजपा नगर अध्यक्ष विवेक जोशी, कांग्रेस के नेतागण और विभिन्न समाज संस्थाओं के पदाधिकारीगण इस सागर की सफाई करेंगे।
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