इन्दौर। आज जैसे-जैसे वीवीपैड (VVPT) खुलती जा रही हैं, वैसे-वैसे हर विधानसभा में नोटा (NOTA) के आकड़ों ने चौंका रखा है। नोटा ने चार विधानसभाओं में जोरदार झटका (Shock) दिया और चौथे राउंड के बाद साढ़े 6 हजार से अधिक वोट नोटा में डल चुके थे, जबकि ग्रामीण क्षेत्र सांवेर (Sanwer) में भी करीब सवा चार हजार वोट नोटा में डल गए।
डाक मतपत्र की गिनती के लिए इस बार केवल एक ही हाल में व्यवस्था की गई थी, ताकि सारे आंकड़े वहीं के वहीं जुटाए जा सके। जैसे-जैसे डाक मतपत्र के लिफाफे खुलते गए तो किसी में घोषणा पत्र नहीं था तो किसी में अधिकारियों की साइन नहीं थी। इसको लेकर भाजपा नेता गंगाराम यादव और मनोज पाल ने आपत्ति ली और रिटर्निंग अधिकारी को कहा कि इन मतपत्रों पर जानबूझकर अधिकारियों ने लापरवाही की है, इन्हें अलग से रखा जाए, वहीं डाक मतपत्र की गिनती में भी समय लगा और देर तक मतपत्र गिने जाते रहे। नोटा को लेकर भी इस बार चौंकाने वाले आंकड़े सामने आ रहे हैं। विधानसभा चार में तीसरे राउंड के बाद 6504 तो देपालपुर विधानसभा में पहले राउंड में 1074, पांच नंबर विधानसभा में तीसरे राउंड केबाद 5735, सांवेर विधानसभा में तीन राउंड के बाद 4243, दो नंबर विधानसभा में सेकंड राउंड के बाद 1673, एक नंबर विधानसभा में पांचवें राउंड के बाद 4413, तीन नंबर विधानसभा में पांचवें राउंड के बाद 9136 तो राऊ में 5 हजार से अधिक वोट नोटा को सुबह 11 बजे तक मिले हैं। जैसे-जैसे विधानसभाओं में नोटा के वोट के आंकड़े आते जा रहे हैं, वैसे-वैसे कांग्रेसियों के चेहरे पर थोड़ी बहुत मुस्कान आती जा रही थी और वे कहते रहे कि उनकी मेहनत रंग लाई। कांग्रेसी अभी भी दावा कर रहे हैं कि दो से ढाई लाख वोट नोटा के गिरेंगे। अगर कांग्रेस अपने इस दावे पर कायम रहती है तो वह एक नया रिकार्ड इन्दौर में सामने आ सकता है।
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