भोपाल। भारतीय जनता पार्टी प्रदेश चुनाव समिति और कोर कमेटी की 24 घंटे तक अलग-अलग बैठकों के बाद 16 नगर निगमों में से एक भी टिकट घोषित नहीं कर पाई है। नेताओं के बीच असहमति और खींतचान के चलते अब भोपाल, इंदौर, मुरैना और ग्वालियर महापौर का फैसला अब दिल्ली से होगा। हालांकि शनिवार और रविवार की बैठकों के बाद पार्टी नेता आज भी टिकट को लेकर माथा-पच्ची कर रहे हैं। संभवत: आज शाम तक करीब 8 नगर निगमों के प्रत्याशी घोषित हो सकते हैं। भोपाल महापौर के लिए भाजपा अभी तक कांग्रेस प्रत्याशाी विभा पटेल से ज्यादा वजनदार चेहरा नहीं तलाश पाई है। सूत्र बताते हैं कि ‘एक पद एक व्यक्तिÓ के क्राइटेरिया में ढील देकर आखिरी में विधायक कृष्णा गौर को चुनाव में उतारा जा सकता है। सबसे ज्यादा खींचतान ग्वालियर और इंदौर महापौर के टिकट के लिए मची है। केंद्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ग्वालियर महापौर से भाजपा के किसी पुराने कार्यकर्ता को टिकट दिलाने पर अड़े हैं। जबकि सिंधिया ने अपने समर्थक को टिकट दिलाने के लिए अपना वीटो लगा दिया है। यही वजह है कि ग्वालियर महापौर के टिकट पर अब दिल्ली में भी चर्चा होगी।
जो समर्थक को टिकट दिलाएगा, वही बनेगा नेता
नरेन्द्र सिंह तोमर मप्र भाजपा के दिग्गज नेता है। ग्वालियर-चंबल समेत प्रदेश के दूसरे हिस्सों में भी उनका दखल है। सिंधिया के भाजपा में आने के बाद भी तोमर का जलवा बरकरार है। ग्वालियर महापौर के टिकट को लेकर दोनों के बीच ग्वालियर-चंबल का नेता बनने की होड़ मची है। क्योंकि जो नेता अपने समर्थक को टिकट दिलाने में कामयाब होगा, वही चंबल का नेता होगा। इतना ही नहीं अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में भी उसी नेता की ज्यादा पूछपरख होगी।
मुख्यमंत्री आज जाएंगे दिल्ली
महापौर के टिकटों पर जारी माथापच्ची के बीच मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आज दिल्ली जाएंगे। वे वहां केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह समेत संगठन के अन्य नेताओं से भी मुलाकात कर सकते हैं। मुख्यमंत्री के दिल्ली दौरे को सामान्य बताया जा रहा है, जबकि इसे टिकट चयन से जोड़कर देखा जा रहा है।
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