नामांकन में अपराध की जानकारी छुपाने पर प्रत्याशी ज्ञानेश्वर पाटिल का नामांकन हो सकता है रद्द
खंडवा । गुजरात के सूरत (Soorat) और मध्यप्रदेश (MP) के खजुराहो (Khajuraho) में नामांकन (Enrollment) रद्द होने और इंदौर में कांग्रेस प्रत्याशी द्वारा नामांकन वापस लेने से कांग्रेस (Congress) को लगे झटकों के बाद अब खंडवा में भाजपा (BJP) को झटका लगने की आशंका है। प्रत्याशी द्वारा अपने हलफनामे में आर्थिक अपराध का हवाला नहीं देने पर उसकी मुश्किलें बढ़ सकती हैं।
भाजपा ने यहां से ज्ञानेश्वर पाटिल को अपना उम्मीदवार बनाया है। उन पर आर्थिक अनियमितता के गंभीर आरोप हैं, जिसकी जानकारी उन्होंने चुनावी हलफनामे में नहीं दी है। कांग्रेस ने चुनाव आयोग से पाटिल के नामांकन को रद्द करने की मांग की है। कांग्रेस नेता लव जोशी ने अपनी शिकायत में कहा कि 2020 में पाटिल को मध्यप्रदेश पावरलूम बुनकर राज्य सहकारी संघ से आर्थिक अनियमितता के आधार पर पद से हटा दिया गया था। साथ ही उन पर आर्थिक अपराध दर्ज करने के आदेश भी जारी किए थे, लेकिन हलफनामे में इसका कोई उल्लेख नहीं है। ऐसे में पाटिल का नामांकन तत्काल रद्द किया जाए। उधर भाजपा ने कहा कि प्रत्याशी ने 2022 में लोकसभा का उपचुनाव भी लड़ा था, तब कांग्रेस ने इस पर आपत्ति नहीं उठाई थी। अब इस पर क्यों आपत्ति उठाई जा रही है। अब देखना ये है कि चुनाव आयोग इस पर क्या कदम उठाता है।
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