लखनऊ (Lucknow) । मिशन-2024 की तैयारियों में जुटी भाजपा (BJP) यूपी की सभी 80 सीटें जीतने के लिए मेगा प्लान बना रही है। इसके लिए विपक्ष के कब्जे वाली 14 लोकसभा सीटों (Lok Sabha seats) पर फोकस है। इस सीटों पर भगवा फहराने के प्रयास अब और तेज होंगे। पार्टी के राज्य मुख्यालय में गुरुवार को हारी सीटों के चुनाव प्रबंधन (election management) को लेकर मंथन हुआ। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी और महामंत्री (संगठन) धर्मपाल सिंह की मौजूदगी में राष्ट्रीय महामंत्री सुनील बंसल ने बूथ सशक्तिकरण, शक्ति केंद्रों तक प्रवास और केंद्रीय मंत्रियों के दौरों सहित अन्य सांगठनिक विषयों पर चर्चा की। क्लस्टर, लोकसभा और विधानसभा प्रभारी-संयोजकों से कहा कि सीट क्यों हारे और जीतेंगे कैसे, इसकी रिपोर्ट 15 मार्च तक उपलब्ध कराएं।
एनडीए के पास फिलहाल प्रदेश की 80 में से 66 लोकसभा सीटें हैं। पार्टी 2024 में हारी सीटें भी जीतने के लिए अभी से जुट गई है। राष्ट्रीय महामंत्री सुनील बंसल ने कहा कि 31 मार्च तक सभी लोग बूथ सशक्तिकरण अभियान का एकसूत्रीय कार्यक्रम चलाएं। इसमें बूथों की मैपिंग, मैचिंग, ग्रेडिंग सहित अन्य गतिविधियां शामिल हैं। निष्क्रिय बूथ अध्यक्ष और बूथ कमेटी के सदस्य हटाए जाएंगे। उनकी जगह नये चेहरों को जगह मिलेगी। इस कवायद में सामाजिक समीकरणों का भी पार्टी ध्यान रखेगी। इसकी रूपरेखा हाल ही में अटल कन्वेंशन सेंटर में हुई बूथ स्तरीय कार्यशाला में तय भी हो चुकी है।
होली बाद केंद्रीय मंत्रियों के प्रवास का तीसरा चरण
हारी सीटों का जिम्मा संभाल रहे केंद्रीय मंत्री अश्वनी वैष्णव, नरेंद्र सिंह तोमर, जितेंद्र सिंह और अन्नपूर्णा देवी के दो चरण के दौरे हो चुके हैं। उनके प्रवास का तीसरा चरण होली के बाद शुरू होगा। इसके अलावा हर लोकसभा और विधानसभा क्षेत्र में विचार परिवार के सदस्यों, पार्टी के पूर्व पदाधिकारियों, की-वोटर और बुद्धिजीवी व प्रभावशाली मतदाताओं की सूची तैयार करने को कहा गया है।
हर बूथ पर 5 दीवारों पर लिखे जाएंगे स्लोगन
हर बूथ स्तर पर 5 दीवारों पर पार्टी के स्लोगन लिखवाए जाएंगे। यह नारे केंद्रीय स्तर से तय होंगे। क्लस्टरवार आईटी और सोशल मीडिया टीमों को सक्रिय किया जाएगा। लोकसभा स्तर पर विस्तारक लगाए जा चुके हैं। एक अप्रैल से विधानसभा स्तर पर भी विस्तारक भेजे जाएंगे। इसके अलावा क्लस्टर प्रभारी, लोकसभा प्रभारी और संयोजक तथा विधानसभा प्रभारी और संयोजकों के प्रवास की रूपरेखा भी तय कर दी गई है। क्लस्टर प्रभारी विधानसभा स्तर, लोकसभा संयोजक और प्रभारी व विस्तारक मंडल स्तर तथा विधानसभा क्षेत्र प्रभारी व संयोजक शक्ति केंद्र स्तर पर प्रवास करेंगे।
मैनपुरी-रायबरेली ही अछूते
हारी हुई सीटों में मैनपुरी, रायबरेली, नगीना, बिजनौर, अमरोहा, संभल, सहारनपुर, श्रावस्ती, मुरादाबाद, जौनपुर, गाजीपुर, अंबेडकर नगर, घोसी, लालगंज लोकसभा क्षेत्र शामिल है। मैनपुरी और रायबरेली लोकसभा सीटों को छोड़ दें तो बाकी पर कभी न कभी भाजपा काबिज रह चुकी है। बैठक में राज्यसभा सदस्य नरेश बंसल सहित अन्य मौजूद रहे।
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