इंदौर। भाजपा ने आगामी विधानसभा और लोकसभा चुनावों को देखते हुए अभी से ही राजनीतिक बिसात बिछाना शुरू कर दी है। दलित वोट बैंक में सेंध लगाने के लिए भाजपा ने दलित कार्ड खेलकर प्रदेश के सहप्रभारी के रूप में डॉ. रमाशंकर कठेरिया को नियुक्त किया है। इसके पहले विश्वेश्वर टुडू सहप्रभारी थे।
सत्ता और संगठन में सामंजस्य बिठाकर काम करने वाले मुरलीधर राव को ही फिर से प्रदेश प्रभारी बनाया गया है। राव जिस तरह से प्रदेश में सक्रिय है, उसको लेकर संगठन के नेताओं की रजामंदी भी उनके नाम में थी और उन्हें फिर से यहां का प्रभारी बना दिया गया, वहीं पंकजा मुंडे भी सहप्रभारी रहेंगी। पंकजा की नियुक्ति भी पिछली बार ही की थी। हालांकि पंकजा की प्रदेश में उतनी सक्रियता नहीं है। वे केवल बैठकों और महत्वपूर्ण अवसरों पर ही प्रदेश में आती रही हैं। दूसरे प्रभारी विश्वेश्वर टुडू है, जो उड़ीसा से आते हैं, लेकिन वे ज्यादा समय सक्रिय नहीं रहे।
केन्द्रीय संगठन ने उनके स्थान पर आगरा से दो बार सांसद रहे तथा वर्तमान में इटावा से सांसद रमाशंकर कठेरिया को नियुक्त किया है। कठेरिया दलित वर्ग से आते हैं और प्रदेश में जिस तरह से दलितों के लिए योजनाएं बनाई गई हैं तथा उन्हें भाजपा अपनी ओर खींचने का प्रयास कर रही हैं, उसमें कठेरिया काफी हद तक सफल साबित होंगे, यही सोच केन्द्रीय नेताओं की है। इसी को लेकर अब दलितों और पिछड़ा वर्ग को लेकर रणनीति बनाई जाएगी और विधानसभा तथा लोकसभा चुनाव को लेकर बैठकें की जाएंगी। भाजपा की दलित राजनीति का चेहरा होने तथा प्रदेश से जुड़े होने के चलते भाजपा उनका उपयोग उत्तरप्रदेश से जुड़े उन क्षेत्रों में करेगी, जहां सबसे ज्यादा दलित वोट बैंक है।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved