नई दिल्ली (New Delhi) । भारतीय जनता पार्टी (BJP) की लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections) की तैयारी अंतिम चरण में पहुंच चुकी है। देश भर के अपने नेताओं (leaders) के लिए अंतिम दिशानिर्देश तय करने के लिए फरवरी के मध्य में अपनी राष्ट्रीय परिषद की बैठक (National Council meeting) बुलाने जा रही है। सूत्रों ने कहा कि पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व ने कई सांसदों का टिकट काटने का फैसला किया है। उनकी नजर लोकसभा चुनाव में अधिक से अधिक सीटों पर चुनाव लड़ने पर है। सूत्रों ने कहा कि भाजपा 70 वर्ष से अधिक उम्र के उम्मीदवारों को टिकट नहीं देने पर विटार कर रही है, जब तक कि वे अपरिहार्य न हों। पार्टी द्वारा इस महीने के अंत तक 150-160 सीटों के लिए उम्मीदवारों की घोषणा करने की भी उम्मीद है।
सूत्रों का कहना है कि, ”प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति लोकसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों की पहली सूची को मंजूरी देने के लिए इस महीने के अंत में बैठक कर सकती है।”
एक सूत्र ने कहा, “प्रधानमंत्री पहले ही संकेत दे चुके हैं कि पार्टी का ध्यान युवाओं और महिलाओं पर होगा। इसे हासिल करने के लिए पार्टी उन सांसदों को हटा सकती है जिनकी उम्र 70 वर्ष से अधिक है।”
भाजपा के कुल 56 मौजूदा लोकसभा सांसद या तो 70 या 70 वर्ष से अधिक उम्र के हैं। उनमें राजनाथ सिंह, वीके सिंह, राव इंद्रजीत सिंह, श्रीपाद नाइक, अर्जुन राम मेघवाल, गिरिराज सिंह, वरिष्ठ नेता राजेंद्र अग्रवाल, रविशंकर प्रसाद, एस एस अहलूवालिया, पी पी चौधरी, संतोष गंगवार, राधा मोहन सिंह और जगदंबिका पाल जैसे नेताओं का नाम शामिल है।
सूत्र ने बताया कि 70 साल से कम उम्र के नेताओं पर ध्यान केंद्रित करने के फैसले का मतलब यह नहीं है कि सभी वरिष्ठों को बाहर रखा जाएगा। उन्होंने कहा, “उम्मीदवार के चयन के लिए उम्र एकमात्र मानदंड नहीं होगी। विशिष्ट योगदान देने वाले नेताओं को टिकट दिया जाएगा। पार्टी को लोकसभा में अनुभवी नेताओं की भी जरूरत है।’
पार्टी ने 2019 में अपनी 303 सीटों को बेहतर करने का लक्ष्य रखा है। ऐसे में बीजेपी अधिक से अधिक सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती है। पिछले लोकसभा चुनाव में पार्टी ने 437 उम्मीदवार उतारे थे।
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