मुंबई। अयोध्या में तकरीबन 492 वर्षों बाद सबसे बड़ी अदालती लड़ाई के बाद आखिरकार वह घड़ी आ गई है, जिसका देश और दुनिया भर के हिंदू वादियों को इंतजार था। अगले माह 5 अगस्त को अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए शुभ मुहूर्त निकल चुका है। शुभ मुहूर्त को लेकर तमाम विरोध के बावजूद अब ठीक इसी दिन पहले से ही तय समय पर राम मंदिर निर्माण के भूमि पूजन के कार्यक्रम की सारी तैयारियां चरमोत्कर्ष पर पहुंच गई है। सबको अब राम मंदिर भूमि पूजन का बेसब्री से इंतजार है । सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इसी बीच आज दोपहर महाराष्ट्र के भाजपा नेताओं के साथ कई साधु संतों ने राज्य के राज्यपाल से मुलाकात करने के लिए राजभवन पहुंचे हैं। महाराष्ट्र के भाजपा नेताओं और उनके साथ गए साधु संतों ने राज्यपाल से निवेदन किया है कि 5 अगस्त को महाराष्ट्र के सभी मंदिर खोल दिए जाएं ताकि लोग इस खुशी में शामिल हो सकें। गौरतलब है कि अब तक के सबसे बड़े जानलेवा अदृश्य दुश्मन किलर कोरोनावायरस की मार सबसे ज्यादा देशभर में महाराष्ट्र पर ही पड़ी है । मुंबई में तो किलर कोरोनावायरस ने हाहाकार मचा रखा है। कोरोनावायरस के कारण देशभर के साथ ही महाराष्ट्र के भी सभी मंदिरों में भी श्रद्धालुओं के जाने पर पाबंदी जारी है। हालांकि मंदिरों में पुजारियों के लिए पूजा पाठ की अनुमति दी गई है लेकिन सोशल डिस्टेंसिंग के कारण श्रद्धालुओं को अभी पूरी तरह से छूट नहीं मिली है । गौरतलब है कि हिंदू धर्मावलंबियों ने 5 अगस्त को अयोध्या मथुरा काशी प्रयागराज उज्जैन ओमकारेश्वर सहित देश भर के मंदिरों में अयोध्या में भूमि पूजन कार्यक्रम के दौरान शंख, घंटे, घड़ियाल बजाकर राम मंदिर निर्माण का स्वागत करने की तैयारी कर रखी है। इसी तारतम्य में महाराष्ट्र के भाजपा नेताओं और साधु-संतों ने राज्यपाल से मुलाकात कर एक दिन के लिए मंदिर श्रद्धालुओं के लिए खोलने की मांग की है। हालांकि अभी तक यह नहीं पता चल पाया है कि राज्यपाल ने उनसे मुलाकात करने वाले भाजपा नेताओं और साधु-संतों को क्या आश्वासन दिया है।
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