भोपाल। मालवा में विशेषकर इंदौर, उज्जैन, मंदसौर में लगातार हो रहे साम्प्रदायिक हमले संघ के निर्देशन में केंद्र और राज्य की भाजपा सरकार की सोची समझी साजिश का हिस्सा हैं। एक माह से भी लंबे समय से चल रहे ऐतिहासिक और शांतिपूर्ण किसान आंदोलन से जनता का ध्यान हटाने के लिए भाजपा साम्प्रदायिक धु्रवीकरण की साजिशें रच रही है। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के राज्य सचिव जसविंदर सिंह, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राज्य सचिव अरविंद श्रीवास्तव, सीपीआई (माले)की केंद्रीय कमेटी के सदस्य देवेंद्र सिंह चौहान, समानता दल के प्रदेश अध्यक्ष इंजी. महेश कुशवाह, लोकतांत्रिक जनता दल के प्रदेश महासचिव स्वरूप नायक, गौंडवाना समग्र कांति आंदोलन के राष्ट्रीय संयोजक गुलजार सिंह मरकाम ने प्रेस को जारी संयुक्त बयान में कहा है कि यह घटनायें साम्प्रदायिक हिंसा नहीं, बल्कि सरकार के संरक्षण में संघ परिवार की ओर से अल्पसंख्यक समुदाय पर किए जा रहे एकतरफा हमले हैं। दुर्भाग्य की बात यह है कि प्रशासन न केवल हाथ पर हाथ धरे बैठा है बल्कि साम्प्रदायिक सदभाव को बिगाडऩे वाले तत्वों की समाजविरोधी हरकतों में मददगार हो रहा है। एक स्टैंडअप कमेडियन पर भाजपा विधायक के बेटे के दबाब पर प्रशासन द्वारा लगाया गया अपराधिक मुकदमा इसका प्रत्यक्ष प्रमाण है।
वामपंथी धर्मनिरपेक्ष दलों के नेताओं ने कहा है कि उन्मादी रैलियां निकाल कर अल्पसंख्यक समुदाय का निशाना बनाते हुए आपत्तिजनक नारे लगाना और मंदिर निर्माण के लिए चंदा मागना साबित करता है कि अपने जनविरोधी नीतियों के खिलाफ जनता में बढ़ रहे असंतोष और पिछले सवा महीने से देश की राजधानी को पांचों दिशाओं से घेर कर बैठे लाखों किसानों के प्रति समाज के विभिन्न तबकों की बढ़ती हमदर्दी से परेशान होकर भाजपा और संघ परिवार साम्प्रदायिक दंगों का घृणित खेल खेल रही है, ताकि किसान आंदोलन से जनता का ध्यान हटाया जा सके।
नेताओं ने प्रशासन से प्रभावी कार्यवाही करने और प्रदेश के साम्प्रदायिक सदभाव के साथ खिलवाड़ करने वाले तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करने की मांग करते हुए आम जनता से भी संघ परिवार की साम्प्रदायिक और समाजविरोधी साजिशों को नाकाम करने की अपील की है।