लखनऊ। समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं उप्र के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav, National President of Samajwadi Party (SP) and former Chief Minister of UP) ने रविवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर अक्षमता का आरोप (Chief Minister Yogi Adityanath accused of incompetence) लगाया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की अक्षमता का ही परिणाम है कि प्रदेश में रोजी-रोजगार नहीं है, विकास ठप है।
अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा विकास नहीं नफरत और झगड़ा फैलाने में लगी है। किसानों का बुरा हाल है। भाजपा राज में डीजल-पेट्रोल के आसमान छूते भाव और बढ़ती मंहगाई से जनता त्रस्त है। खेती के काम आने वाली खाद, बीज, कीटनाशक सब मंहगे हैं। भाजपा ने सन् 2022 तक किसानों की आय दुगनी करने का वादा किया उसका दूर-दूर तक कुछ भी अता-पता नहीं है।
सपा मुखिया आज लखनऊ स्थित पार्टी कार्यालय के डाॅ0 लोहिया सभागार में एकत्र जनसमुदाय को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण काल में जनता को भाजपा सरकार ने उसके हाल पर छोड़ दिया। दवा, इलाज और आक्सीजन के अभाव में तड़प-तड़प कर तमाम लोगों की जानें चली गईं। इस सबके लिए भाजपा सरकार जिम्मेदार है। समाजवादी सरकार बनने पर कोरोना में हुई मौतों के आंकड़े छुपाने वालों पर कार्यवाही होगी। दोषी अफसरों को चिह्नित किया जाएगा और डेथ आडिट भी कराएंगे।
अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा जैसी कोई दूसरी गुण्डा पार्टी नहीं है। भाजपा ने अराजकता के जरिए जबरन जिला पंचायत अध्यक्ष और ब्लाक प्रमुख पदों पर कब्जा किया। मुख्यमंत्री के इशारे पर प्रशासन के साथ मिलकर गुण्डागर्दी की सभी हदें पार कर दी गई हैं। उत्तर प्रदेश में इस स्तर की गुंडागर्दी कभी नहीं हुई है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि जिला पंचायत के चुनावों में जनता ने समाजवादी पार्टी को समर्थन दिया। बड़ी संख्या में प्रधान और जिला पंचायत, क्षेत्र पंचायत के सदस्य समाजवादी पार्टी के जीते थे। भाजपा सरकार को जनादेश की परवाह नहीं। जानबूझकर रणनीति बनाकर योजनाबद्ध तरीके से परिणाम भाजपा के पक्ष में किया गया है। इसके लिए नामांकन पर्चे छीने गए, महिलाओं से दुर्व्यवहार हुआ। फर्जी केस लगा दिए गए। पत्रकार पिटे, एसपी व अधिकारी पिटे। सरकार बेपरवाह होकर तथाकथित जीत का जश्न मना रही है। बड़ी कुर्सी वाले लोकतंत्र की धज्जियां उड़ती देखकर भी बधाई दे रहे हैं योगी सरकार को।
अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा ने अपने बनाए 2017 के संकल्प पत्र को कूड़ेदान में फेंक दिया है। किसान की आय दुगनी होने का इसमें वादा है पर उस सम्बंध में कोई ठोस योजना सामने नहीं आई है। उन्होंने कहा कि भाजपा जनता से बड़ी नहीं है। जनता अब बदलाव चाहती है। वह भाजपा को सत्ता से हटाकर ही दम लेगी। जनता ने भाजपा का अत्याचार देखा है। भाजपा ने लोकतंत्र के साथ छल किया है। जनता 2022 में पूरा हिसाब-किताब करेगी। (एजेंसी, हि.स.)
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